Updated: 22/06/2023 at 5:23 PM
हे ! वाग्वादिनी माँहे ! वाग्वादिनी माँतू हमें ज्ञान देंतू हमें ध्यान दें।भटक रहें हमजीवन पथ परआकर हमें तू अब थाम लें।तू ब्राम्ह की मायातू ही महामायाहम फंसे मोहजालआकर हमें तू अब निकाल लें।तू ज्ञान की मुद्रातू ध्यान की मुद्राहम गिरे अज्ञान मेंआकर हमें तू अब ज्ञान दें।तू सुर की वन्दितातू ही सुरवासिनीहम हो रहें बे-सुरेआकर हमें तू सुर का ज्ञान दें।तू विद्या की धात्रीतू ही विद्युन्मालाहम धंस रहें अविद्या मेंआकर हमें तू विद्या का वरदान देंहे ! वाग्वादिनी माँहे ! वाग्वादिनी माँतू हमें ज्ञान देंतू हमे ध्यान दें।राजीव डोगरा
First Published on: 04/02/2022 at 3:47 PM
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