शरीर में पित्त दोष है तो जानें ये उपाय, तुरंत होगा आराम
पित्त दोष बढ़ने पर कई तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे पेट और सीने में जलन महसूस होना, अपच, कब्ज और एसिडिटी की समस्या, अत्यधिक पसीना आना, नींद ना आना, शरीर से बदबू आना, गुस्सा आना, त्वचा पर दाने निकलना आदि।
पित्त दोष का असंतुलन होने पर कई चीजों से परहेज करने की आवश्यकता होती है। जैसे मांसाहारी भोजन, जंक फ़ूड
पित्त दोष में मूली, टमाटर, मक्का, भूरे चावल, मसूर दाल, खट्टी छाछ, केले से बने शेक, कॉफी, अंडे का पीला भाग आदि खाने से बचे |
पित्त दोष में इस चीजों को अपने खाने में जरुर शामिल करें- कड़वी सब्जियां, पत्ता गोभी, खीरा, अंकुरित बीज, भिंडी, हरी मिर्च, आलू, शकरकंद, जौ, चावल, गेहूं, उड़द, मूंग, सोयाबीन, राजमा, धनिया, दालचीनी
पित्त दोष दो मुख्य तत्व 'अग्नि' और 'जल' से मिलकर बना है, यह मुख्य तौर पर छोटी आंत में पाया जाता है जो हार्मोन, एंजाइम और तापमान के साथ पाचक अग्नि को भी कंट्रोल करता है।
पित्त दोष में हमेशा हल्का और सुपाच्य भोजन करें. अपनी डाइट में मौसमी फल और सब्जियों को शामिल करें.
पित्त दोष वाले लोगों के लिए गाय के घी का सेवन बहुत लाभकारी माना जाता है.
बाहर का खाना खाने से पेट में एसिडिटी और जलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं, जो पित्त बढ़ने का लक्षण हो सकती हैं.