Updated: 26/01/2024 at 2:39 PM
Anjali Singh| THE FACE OF INDIA
राहुल गांधी की न्याय यात्रा ने जब से असम में प्रवेश किया है, तब से कांग्रेस समर्थकों और भाजपा के समर्थको के झंडे लहरा रही भीड़ या सुरक्षाकर्मियों के बीच लगातार झड़प हो रही हैं. इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग भी जारी है। 2015 में भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ने के बाद से हिमंत बिस्वा सरमा अपनी पूर्व पार्टी कांग्रेस और विशेष रूप से राहुल गांधी की हमेशा आलोचना करते रहते है.
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कांग्रेस से निकलने के बाद राहुल ने 2017 में पिडी के एक वीडियो के ट्वीट के साथ हिमंत बिस्वा सरमा पर जवाबी हमला किया था. हिमंत बिस्वा उस समय की सर्बानंद सोनोवाल सरकार में मंत्री थे, उन्होंने राहुल गांधी को जवाब दिया था की, ‘सर, मुझसे बेहतर कौन जानता है? मुझे अभी भी याद है कि आप पिडी को बिस्किट खिलाने में व्यस्त थे जबकि हम पार्टी के लोग असम के जरूरी मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे।’
2021 में इंडियन एक्सप्रेस अड्डा पर भी हिमंत बिस्वा ने राहुल के साथ हुई अपनी मुलाकातों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि 2014 में तरुण गोगोई सरकार से मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी ने उन्हें राहुल से मिलने की सलाह दी थी। हिमंत बिस्वा कहते हैं कि, ‘मैं उनसे एक बार मिला था। वह मुलाकात बहुत ही खराब थी। लेकिन मैंने कभी उसे सार्वजनिक नहीं किया। क्योंकि अगर मैं वह मामला उठाता, तो राहुल गांधी कहते- ‘तो क्या?’… मैं वहां पर उनके साथ 20 मिनट तक था, और उस दौरान राहुल गांधी ने कम से कम 50 बार ‘तो क्या हुआ’ शब्द का इस्तेमाल किया था।’
राहुल गांधी की न्याय यात्रा ने जब से असम में प्रवेश किया है, तब से कांग्रेस समर्थकों और भाजपा के समर्थको के झंडे लहरा रही भीड़ या सुरक्षाकर्मियों के बीच लगातार झड़प हो रही हैं. इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग भी जारी है। 2015 में भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ने के बाद से हिमंत बिस्वा सरमा अपनी पूर्व पार्टी कांग्रेस और विशेष रूप से राहुल गांधी की हमेशा आलोचना करते रहते है.
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आखिर क्यों छोड़ा था कांग्रेस
कांग्रेस का हाथ छोड़ने के बाद से एक किस्सा जो हिमंत बिस्वा सरमा अक्सर याद करते हैं, वह राहुल गांधी के साथ एक बैठक है, जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पालतू कुत्ते ‘पिडी’ को बिस्किट खिलाने में व्यस्त थे, जबकि हिमंत और अन्य पार्टी के लोग असम के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे। हिमंत बिस्वा सरमा इस घटना का इस्तेमाल यह रेखांकित करने के लिए करते हैं कि कांग्रेस की आलाकमान अपने ही वरिष्ठ नेताओं से किस कदर कटा हुआ है।कांग्रेस से निकलने के बाद राहुल ने 2017 में पिडी के एक वीडियो के ट्वीट के साथ हिमंत बिस्वा सरमा पर जवाबी हमला किया था. हिमंत बिस्वा उस समय की सर्बानंद सोनोवाल सरकार में मंत्री थे, उन्होंने राहुल गांधी को जवाब दिया था की, ‘सर, मुझसे बेहतर कौन जानता है? मुझे अभी भी याद है कि आप पिडी को बिस्किट खिलाने में व्यस्त थे जबकि हम पार्टी के लोग असम के जरूरी मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे।’
2021 में इंडियन एक्सप्रेस अड्डा पर भी हिमंत बिस्वा ने राहुल के साथ हुई अपनी मुलाकातों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि 2014 में तरुण गोगोई सरकार से मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी ने उन्हें राहुल से मिलने की सलाह दी थी। हिमंत बिस्वा कहते हैं कि, ‘मैं उनसे एक बार मिला था। वह मुलाकात बहुत ही खराब थी। लेकिन मैंने कभी उसे सार्वजनिक नहीं किया। क्योंकि अगर मैं वह मामला उठाता, तो राहुल गांधी कहते- ‘तो क्या?’… मैं वहां पर उनके साथ 20 मिनट तक था, और उस दौरान राहुल गांधी ने कम से कम 50 बार ‘तो क्या हुआ’ शब्द का इस्तेमाल किया था।’
First Published on: 26/01/2024 at 2:39 PM
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