आज दिनांक 20 सितंबर को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन परिसर में अग्निकांड से बचाव के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में आग लगने की स्थिति का काल्पनिक परिदृश्य तैयार किया गया, जिसमें अंतर्विभागीय समन्वय के साथ विभिन्न विभागों ने भाग लिया। इसी प्रकार का ड्रिल, पीएमश्री राजकीय इंटर कॉलेज तथा भारत पेट्रोलियम बैतालपुर में भी आयोजित हुआ। मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन विभाग ने तेजी से आग पर काबू पाया और सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद, घायलों को तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। आपदा प्रबंधन टीम के आपदा मित्रों ने भी बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे मॉक ड्रिल को और अधिक प्रभावी बनाया जा सका।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने इस अवसर पर कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं एनडीआरएफ की सौजन्य से प्राकृतिक आपदा, विशेषकर भूकंप के खतरे या आग लगने से बचाव की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। आपदा पूर्व तैयारी व बचाव की पूरी जानकारी के माध्यम से ही हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और आपदा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। यह आवश्यक है कि आपदा के समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए, इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए। आपदामित्र, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी सेवाओं के द्वारा कैसे बचाव कार्य किया जाता है, और अधिक से अधिक लोगों की जान कैसे बचाई जा सकती है, इसकी विस्तृत जानकारी इस मॉक ड्रिल के माध्यम से दी गई है। इस प्रकार की मॉक ड्रिल जनपद में पहली बार हो रही है। इसका उद्देश्य यह है कि सभी संबंधित विभागों को ट्रेनिंग मिल सके ताकि वे आपदा के समय में अपने कार्य को सुचारु रूप से कर सकें।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय ने कहा कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य विभिन्न आपातकालीन सेवाओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना और आयोजित की गई। वास्तविक आपदा के समय में तेजी से प्रतिक्रिया देने की क्षमता को परखना था। उन्होंने इस अभ्यास के दौरान दिखाए गए सहयोग और तत्परता की सराहना की और सभी विभागों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
मॉक ड्रिल में एसडीआरएफ से राजकुमार खरवार, तरुण कुमार एवं एनडीआरएफ से प्रवीण उपाध्याय ऑब्जर्वर के रूप में उपस्थित थे। मॉक ड्रिल के सफल आयोजन में रंजन कुमार पांडेय, आपदा विशेषज्ञ पंकज कुमार एवं कार्यालय सहायक विकास कुशवाहा का विशेष योगदान रहा ।