▪️श्रवण शर्मा / नालासोपारा / अचोले थाना क्षेत्र
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले एक महिला को इवेंट मैनेजमेंट की एक गुमनाम कंपनी ने एक सप्ताह के काम पर रखा था लेकिन अब कोई अता-पता नहीं है। महिला और काम पर रखवाने वाले का भी फोन बंद आ रहा है। पीडित व्यक्ति के अनुसार मेरी पत्नी को इवेंट मैनेजमेंट की एक कंपनी में काम दिलाने के लिए एक व्यक्ति इवेंट मैनेजमेंट के लिए लेकर गया, और आज तक उसका कोई संपर्क नहीं है। ऐसा कहना है, चंद्रशेखर उपाध्याय, उनके पुत्र श्लोक उपाध्याय (12), उत्कर्ष उपाध्याय(4) का। यह परिवार
111, रायल अपार्टमेंट, अलकापुरी, नालासोपारा पूर्व के रहिवासी हैं तथा पानपट्टी चला कर अपना जीवनबसर कर रहे हैं। इस संदर्भ में संवाददाता को जानकारी मिलने के पश्चात संबंधित पुलिस अधिकारी से बात करते हुए पूरी जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया। संबंधित पुलिस अधिकारी ने आश्वासन दिया कि, मामले की पूरी पडताल की जाऐगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
फिलहाल स्थिति यह है कि, गरीब दर-दर की ठोकर खा रहा है (अपने छोटे बच्चों के साथ) और हमारे संविधान के नीति-नियंत्रक एवं अधिकारी सिर्फ एक पर्ची काटकर अपनी जिम्मेदारी निभाने का प्रयास और प्रयोग कर रहे हैं। लोगों की मानें तो अमीरों के खिलाफ दर्ज मामले पर पुलिस प्रशासनतंत्र सक्रिय भूमिका निभाने में तत्पर नजर आता है लेकिन किसी गरीब के प्रति उनकी वैसी भावना अथवा तत्परता नजर नहीं आती। गरीब पीडित व्यक्ति के प्रति अगर मिरा-भाईंदर एवं वसई-विरार संयुक्त पुलिस आयुक्तालय की टीम संजीदगी से काम करेगी, तो निश्चित ही सुपरिणाम निकलेगा और इवेन्ट मैनेजमेंट के काले गोरखधंधे का पर्दाफाश होगा। ऐसी संभावना लोगों द्वारा व्यक्त की गई है।
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