Vani Jairam Death : संगीत इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आ रही है. मशहूर लेजंड्री सिंगर वाणी जयराम ने उम्र के 78 साल मे संगीत जगत को अलविदा कह दिया है . हाल ही में हूए गणतंत्र दिवस पर भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी. सिंगर वाणी जीने अपने जीवन में एक से बढ़कर एक गानें गाए है. वे अपने जीवन के ज्यादा से ज्यादा समय साउथ इंडियन सिनेमा से जुडी हुईं थी और करीब 5 दशक से भी ज्यादा लंबा था. उनके निधन से संगीत विश्व में शोक की लहर छाई हूई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके माथे पर गहरी चोट लगी थी और इसी कारण सिंगर वाणी जी का निधन हुआ.
सिंगर वाणी जयराम की बात करें तो साउथ इंडस्ट्री में उनकी बहुत लोकप्रियता रही है. साल 1971 में वाणी जिने अपने करियर की शुरुआत की थी. पिछले 50 सालों में वाणी जिने एक प्लेबैक सिंगर के तौर पर 10,000 से भी ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए. उन्होंने अपने संगीत जीवन की शुरुवात साल 1971 में आई, जय बच्चन की फिल्म गुड्डी इस फिल्म मे उन्होने पहला गाना गाया था. फिल्म का निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था. इसके बाद वाणी जीने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक से बढ़कर एक गाने गाती रही.
10 हजार से ज्यादा गानों को दी अपणी मधुर आवाज
एक प्रोफेशनल सिंगर के रूप हाल ही मे सिंगर वाणी जयराम ने म्यूजिक इंडस्ट्री में 50 साल पूरे किए है. वो अपने संगीत जीवन में 10,000 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड कर चुकी हैं. वाणी जयराम ने कई महशुर सिंगर ओपी नैय्यर ,आरडी बर्मन, केवी महादेवन और मदन मोहन समेत कई अन्य संगीतकारों के साथ काम कर चुकी हैं. उन्होंने संगीत इंडस्टरी को सदाबहार चार्टबस्टर्स गाने दिए हैं. 25 जनवरी यांनी गणतंत्र दिवस के ठीक एक दिन पहले भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी. सिंगर वाणी जयराम का नाम भी इस बार पद्म भूषण की सूची में शुमार था. सिंगर वाणी जयराम को आधुनिक भारत की मीरा के स्वरूप में भी जाना जाता है. उन्होंने संगीत इंडस्ट्री को नई ऊंची बुलंदियो तक पहुंचाया हैं.
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