जया गुरव
मशहूर सुपरस्टार जिन्होंने अपनी एक्टिंग से सबके दिलो मे अपनी खास जगह बनाई है, जिसके वजह से फैंस उन्हे फिल्मों मे देखना पसंद करते है, हाली मे ही उन्होंने एक शेरनी फिल्म मे काम किया है, जो जल्द ही हमे देखने को मिलेगी। इस फ्लिम् मे उनका जंगल की वन प्रमुख कि भूमिका निभाई है। यह कहानी मे ऐसा कहा गया है की जो जंगल में घूम रही, इंसान और जानवरों को मारती शेरनी को सही-सलामत पकड़ना चाहती है. लेकिन उसके रास्ते में रोड़े बहुत हैं.
इस प्रकार से हम सभी ने बचपन से ही इस बात को सीखा है कि जानवर हमारे दोस्त हैं. उनमें भी जान है और उन्हें भी हमारी तरह दर्द होता है. पहले हाथी मेरे साथी जैसी फिल्मों में हमने इंसान और जानवरों की दोस्ती को देखा है. लेकिन विद्या बालन की फिल्म मे शेरनी कुछ अलग है और हमे इसे बहुत गहराई से देखना होगा।
ऐसे मे विद्या का बॉस बंसल (बृजेन्द्र काला) अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहा है, और शेरनी को मारने के लिए एक प्राइवेट शिकारी पिंटू भैया (शरत सक्सेना) को ले आता है. साथ ही लोकल राजनेता चुनाव के लिए जंगल और शेरनी के मुद्दे को लेकर राजनीति करने मे जुड़े है, इसके वजह से विद्या के सामने कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब वो शेरनी को पकड़ पायेंगे या बीच मे पिंटू भैया आयेंगे , या फिर चुनाव मे खड़े नेताओ का बवाल उसका काम बिगाड़ेगा यही फिल्म में देखने वाली बात है.
डायरेक्टर अमित ने किया कमाल
डायरेक्टर अमित मासुरकर इससे पहले फिल्म न्यूटन को बना चुके हैं. उस फिल्म में भी उन्होंने सादगी और असलियत को दिखाया है। और इस फिल्म में भी वह असली फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और उससे जुड़ी चीजों को लेकर आए हैं. आस्था टीकू ने इस कहानी को लिखा है. उनका लिखा स्क्रीनप्ले इस बात पर कटाक्ष करता है कि कैसे सरकारी महकमों और लोकल राजनेताओं अपनी सोच के हिसाब से जनता का भला करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके तरीके जरूर अलग हैं, लेकिन उनके इरादे काले नहीं हैं.
फिल्म का स्क्रीनप्ले ही इसे देखने लायक बनाता है. शेरनी की तलाश में विद्या विन्सेंट चप्पा-चप्पा छानने में लगी हैं, सरकार शेरनी को बचाना चाहती है. लेकिन गांव वाले जंगल का इस्तेमाल अपने जानवरों को चराने के लिए करना चाहते हैं. तो वहीं खुद जानवर ऐसी जगह पर रहना चाहते हैं जहां उनकी जान को खतरा न हो. यह फिल्म दिखाती है कि कैसे नैतिक भ्रष्टाचार का असर एक इंसान से दूसरे और फिर बड़े निर्णयों पर पड़ता है
इस फिल्म में विद्या बालन के साथ बृजेन्द्र काला, विजय राज, नीरज कबी, शरत सक्सेना संग कई बढ़िया एक्टर्स ने काम किया है. फिल्म की सपोर्टिंग कास्ट भी अच्छी है. यह सभी एक्टर्स मिलकर इस फिल्म को ‘असली’ बनाते हैं. सभी ने अपने ग्लैमरस अंदाज को छोड़ किरदारों को बेहतरीन तरह से निभाया है. फिल्म में कई फनी और गहरी मीनिंग वाले सीन्स हैं, जो आपको याद रहेंगे. विद्या बालन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह दर्शकों के लिए एक से एक हटकर कहानियां लाती रहेंगी.