THE FACE OF INDIA – KAJAL GUPTA
हमारी शारीरिक गतिशीलता कई बार फोटो की वजह से प्रभावित हो जाती है । उस गतिशीलता को वापस पाने के लिए फिजियो एक्सपर्ट व्यायाम और मालिक जैसे उपचार करते हैं । हर साल इसी जागरूकता को लेकर फिजियोथेरेपी डे मनाया जाता है। आइए हम जानते हैं इन समस्याओं में होती है फिजियोथैरेपी कारगर ।
○ विशेषज्ञों के अनुसार, फिजियोथैरेपी एक प्रकार की चिकित्सा विज्ञान है। इसमें शारीरिक दर्द और चोट के इलाज के लिए व्यायाम मालिश और मशीनों का प्रयोग किया जाता है । फिजियोथेरेपीका इलाज सिर्फ रोगी ही नहीं बल्कि स्वस्थ लोग भी अपने शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसके साइड इफेक्ट होने की संभावना भी कम होती है ।
इन समस्याओं के लिए फिजियोथैरेपी का इस्तेमाल किया जाता है:-शारीरिक अक्षमता, शारीरिक गतिविधि में सुधार लाने,जोड़ों के दर्द या अकड़न से राहत पाने, पुरानी बिमारी और किसी तरह की चोट आदि के लिए होता है ।
हर उम्र के लोग फिजियोथैरेपी करवा सकते हैं । किसी युवा और बुजुर्ग व्यक्ति को अर्थराइटिस और स्लिप डिस्क जैसी बीमारी होती है तो वह फिजियोथैरेपी करवा सकते हैं।मांसपेशियों में खिंचाव के लिए भी फिजियोथेरेपी ली जा सकती है। इसके साथ ही बच्चों के शारीरिक विकास के लिए भी फिजियोथैरेपी ले सकते हैं ।
आप फिजियोथैरेपी लेने जा रहे हैं तो टाइट कपड़े ना पहनें। इसके साथ ही हल्का भोजन करके जाएं । थेरेपी से पहले आपका हाइड्रेट रहना भी बहुत आवश्यक है । अगर आपको फिजियोथैरेपी में कोई दिक्कत आ रही है तो अपने फिजियोथेरेपिस्ट से जरूर और सलाह लें।
फिजियोथैरेपी के प्रकार:-
फिजियोथैरेपी के बहुत से प्रकार है जिनमें से हीट थेरेपी, कोल्ड थेरेपी,वुमन हेल्थ थेरेपी, इलेक्ट्रो थेरेपी, स्पोर्ट्स थेरेपी,न्यूरोमस्कुलोस्केलेटल फिजियोथेरेपी और बाल चिकित्सा फिजियोथेरेपी आदि हैं । शारीरिक दर्द और चोट के हिसाब से फिजियोथैरेपी का प्रयोग अलग-अलग तकनीकी से किया जाता है ।