क्या आपको भी होती है नींद आने में परशानी !
हमारे दैनिक जीवन में शारीरिक और मानसिक रिकवरी के लिए नींद अच्छा होना बहुत ही जरूरी है। अगर नींद में गड़ बड़ी होने के कारण नींद के कॉलेटी में गिरावट आ सकती है। जिसके कारण शरीर में अन्य समस्या उत्पन हो सकती है। ऐसी बहुत सी चीजे है। जो नींद को बढ़ावा मिलने में मदद करती है ऐसे में आप को अपने डाइट में शामिल करने से आप का पेट भी सही रहता है
प्रोबायोटिस्क : प्रोबायोटिस्क जीवित सूक्ष्मजीव है। इनका सेवन करने से कई तरह के फायदे मिलते है इसके कारण पेट में माइक्रोबायोटा में सुधार मिलता है । एक स्टडी में बताया गया है कि 40 हेल्दी प्रतिभागियों में 4 हफ्ते तक प्रतिदिन 200 मिली ग्राम प्रबायोटिस्क दिए गए है। इससे कारण नींद में सुधार पाया गया है दही, छाछ , दूध में प्रबायोटिक होता है।
प्रबायोटिक : हमारे ट्रैक्ट में लगभग 100 ट्रीलियम सूक्ष्मजीव होता है। जिन्हे माइक्रोबायोम के रूप में पाया जाता है। जिससे हेल्दी पेट होने के कारण नींद भी अच्छी आती है । इनमे हम लहसुन, प्याज, केला, गेहूं, सोयाबीन आदि प्रकार के प्रबायोटीक की भरपूर मात्रा में पाई जाती है ।
फर्मेंटेड फूड : फर्मेंटेड फूड को एक पुरानी प्रकिया का उपयोग किया जाता है। जिसका उपयोग खाने की शेल्फ लाइफ न्यूट्रिशनल वैल्यू को बढ़ाता है। इनमे हम किमची, चीज और सारडो, योगर्ट आदि फर्मेंटेड फूड की लिस्ट में शामिल हैं।
सिंबायोटिक्स : सिंबायोटिक्स प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स का मिलकर बने हुए है जो पेट की हेल्थ को बेहतर बनाने का काम करती है। फाइब्रोमायल्जिया एक पुरानी बीमारी है जो नींद की समस्या बन सकती है । ये रोगियों महिला से जुड़ी एक स्टडी सिंबायोटिक्स सप्लीमेंटेशन नींद की ड्यूरेशन में वृद्धि से जुड़ा हुआ है। योगर्ट, अलग-अलग तरह की चीज,आइस क्रीम और स्क्रीन क्रीम और दही से मिलकर चीजे सिंबायोटिक्स के अच्छे सोर्स हैं।
पोस्टबायोटिक्स – पोस्टबायोटिक्स सूक्ष्मजीव उनके कंपाउंड हैं जो पेट की हेल्थ के साथ ही ओवर ऑल के लिए फायदेमंद होती है। वे तब उत्पन होते हैं। जब पेट के अंदर बैक्टीरिया प्रोबायोटिक या प्रोबायोटिक कंपाउंड को बढ़ावा मिलता है । जब ये बात सामने आई तो नींद को सुधार करते है।