US Tariffs : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत चीन और यूरोपीय के साथ जैस बड़े व्यापारिक साझेदारी के लिए नए अमेरिकी टैरिक से जुडे एक चार्ट जारी किया है। भारत चीन और दूसरे देशों अमेरिका जाने वाले समान पर कितना टैरिफ लगाने का ऐलान किया है यह नया टैरिक तुरंत लागु होगा। कई एशियाई देशों पर 30% से 45% तक टैरिफ लगाया गया है।
ट्रंप के ऐलान के अनुसार भारत से अमेरिकी आने वाले समान पर 26% डिस्काउंट का टैरिफ लगाया गया है। वहीं चीन की ओर से आने वाली समान पर 34% टैरिक लगाया गया है। यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि चीन से बढ़ते व्यापार को घाटा कम करने के लिए ये कदम उठाया गया है। इसके अलावा ट्रंप प्रशासन ने वियतनाम से अयायित समान पर 46% टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है। जो उच्चतम दरों में से एक है। यूरोप पर 20% टैरिक स्विटजरलैंड पर 31%और ताइवान पर 32% टैरिक लगाया जाएगा। और यूनाइडेट किंगडम पर केवल 10% टैरिफ लगाया गया है ।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जल्द के ही अमेरिका आए थे। वे मेरे बहुत अच्छे दोस्त है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की आप हमारे साथ सही व्यवहार नही कर रहे है। भारत हमेशा अमेरिका से 52% टैरिक वसूलता है। इसीलिए अमेरिका भारत से 26% टैरिक है। भारत डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरीफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश है।

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भारतीय निर्यात को उच्च आयात शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। एसबीआई रिपोर्ट के अनुसार भारत को इस टैरीफ से बहुत ज्यादा नुकसान नही हुआ है। भारत के निर्यात में 3-3.5%तक गिरावट आ सकती है। निर्माण और सेवा क्षेत्र में बढ़ने का असर कम हुआ है। यूरोप, मध्यप्रदेश अमेरिका के नए व्यापार मार्ग में किया जा रहा है। भारत ने विविध मिश्रण बनाया है।
डिस्काउंटेट रेसिप्रोकल टैरिफ की ऐलान के पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने इस महीने की शुरूआत में किए गए थे। जहां उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार में समझौते बीटीए पर बात कि, जिसमें कुछ समानो पर छूट मांगी गई। इस टैरिफ से सबसे बुरा असर कपड़ा उद्योग परिधान ज्वेलरी पर पड़ा है ।

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2023_24 में भारत से लगभग 36अरब डॉलर (3 करोड़) के कपड़े निर्यात में अमेरिका को 28% की भागीदारी रही, जो लगभग 10अरब डॉलर है। इस क्षेत्र में अमेरिका के साथ भारत की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।2016_17 में 2017_18 में अमेरिका का कपड़ा उद्योग का कूल हिस्सा 21% था। जो 2019_20 में 25% हो गया है। उसके बाद 2022_23 में 29% तक पहुंच गया था।

व्यापार समझौता करने का लक्ष्य

दोनो देश इस साल के अंत तक व्यापार समझौता करने का लक्ष्य बना रहे है।2030 तक 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का अधिक समय तक लक्ष्य रखा गया है।

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