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Karnatak Protest: केंद्र के खिलाफ कर्नाटक सरकार का विरोध प्रदर्शन, धरने पर बैठ विधायक और सांसद

Karnatak Protest: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार भाजपा के खिलाफ आज दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रही है.7 फरवरी को कर्नाटक के सभी मंत्री केंद्र सरकार की टैक्स ट्रांसफर नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राजधानी दिल्ली में आज जंतर-मंतर पर केंद्र सरकार के खिलाफ कर्नाटक की सरकार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. इस प्रदर्शन में कर्नाटक के CM सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी शामिल हुए. केंद्र सरकार पर आर्थिक अत्याचार और नाइंसाफी के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सरकार ने दिल्ली में प्रदर्शन की योजना बनाई. कर्नाटक के कांग्रेस नेता ‘चलो दिल्ली’ आह्वान के तहत दिल्ली पहुंच गए हैं, और जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत कर दी. कांग्रेस का दावा है कि केंद्र सरकार के कारण साल 2017-18 के बाद अब तक कर्नाटक सरकार को 1.87 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है.

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Karnatak Protest पहले कर्नाटक फिर केरल का प्रदर्शन

दक्षिण भारत के एक और राज्य केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. केरल के सीएम विजयन ने केंद्र सरकार पर हाल ही में पेश किए गए अंतरिम बजट में केरल के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप लगाया. और केरल के साथ हुए अन्याय के लिए वे भी दिल्ली प्रदर्शन करने पहुंचे हैं. बुधवार 7 फरवरी को कर्नाटक के प्रदर्शन के अगले दिन यानी गुरुवार को केरल की तरफ से भी प्रदर्शन किया जाएगा. 

विरोध प्रदर्शन Karnatak Protest पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का जवाब

 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित भाजपा नेताओं ने इन आरोपों पर कड़ी आलोचना की. आरोप है कि केंद्र कर्नाटक सहित गैर-भाजपा शासित राज्यों के लिए धनराशि रोक रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि यह राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप है इसमें इनका निजी स्वार्थ छुपा है. इधर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि विरोध एक राजनीतिक स्टंट है जिसका उद्देश्य सिर्फ राज्य में कांग्रेस सरकार की गलतियों से ध्यान भटकाना है.

Anjali Singh