Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश, अमेठी में आठ स्टेशनों के नाम में बदलाव कर दिया गया है केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अमेठी जिले के आठ रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अनुरोध किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) दे दिया है. 12 फरवरी 2024, को गृह मंत्रालय को सौंपे गए प्रस्ताव के बाद यह मंजूरी दी गई है. अमेठी के स्टेशनों के नए नामों को धार्मिक महत्व वाले स्थानों पर रखा गया है.अकबरपुर स्टेशन को अब मां अहोरवा भवानी धाम से जाना जाएगा.
विवादों के बावजूद अमेठी में फिर से एक बार बड़ा बदलाव किया गया है. यहां एक साथ आठ स्टेशनों के नाम को बदल दिया गया है. ऐसा स्मृति ईरानी की पहल के बाद किया गया. अमेठी के बदले रेलवे स्टेशनों के नए नाम नामों के बदलाव को लेकर लोगों की कई तरह की राय सामने आ रही है. हालांकि, ज्यादातर लोग नामों के बदलाव का स्वागत कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जगह का नाम उसकी ऐतिहासिक विशेषता के आधार पर ही रखा जाना चाहिए. जिन मुगलों ने देश को बर्बाद किया, उनके नाम पर किसी जगह को पुकारना अपमान है.
अमेठी में आठ स्टेशनों के नाम में बदलाव कर दिया गया है. अमेठी के कासिमपुर रेलवे स्टेशन हाल्ट का नाम बदलकर अब जायस सिटी किया गया है, वहीं जायस रेलवे स्टेशन को अब गुरू गोरखनाथ धाम से जाना जाएगा. बनी रेलवे स्टेशन का नाम स्वामी परमहंस स्टेशन रखा गया. मिसरौली रेलवे स्टेशन का नाम अब मां कालिका धाम स्टेशन रखा गया है. निहालगढ़ स्टेशन को महाराजा बिजली पासी स्टेशन किया गया है, और अकबरगंज रेलवे स्टेशन को अब से मां अहोरवा भवानी धाम स्टेशन से जाना जाएगा. वारिसगंज रेलवे हाल्ट स्टेशन का नाम बदलकर अमर शहीद भाले सुल्तान स्टेशन किया गया. फुरसतगंज स्टेशन का नया नाम तपेश्वरनाथ धाम स्टेशन किया गया हैं.
इसके साथ ही स्मृति ईरानी ने जिले के हवाई अड्डे का नाम बदलने की भी मांग की है. इसके लिए उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र लिखा है. अपको बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के कई अन्य स्टेशनों के नाम बदले गए थे, जिनमें प्रतापगढ़, झांसी, मुगलसराय, फैजाबाद, इलाहाबाद और अन्य शामिल हैं.
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