गुरु पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी बधाई :
अंजली माली, महाराष्ट्र मुंबई :
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (24 जुलाई) को गुरु पूर्णिमा (आषाढ़ पूर्णिमा) की देशवासियों को बधाई दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु पूर्णिमा को एक ऑनलाइन संबोधन में कहा है कि बुद्ध के मार्ग पर चलकर भारत ने चुनौती का सामना कर पूरी दुनिया को दिखाया है। पीएम मोदी ने कहा, भगवान बुद्ध ने हमें जीवन जीने के 8 मंत्र दिए हैं। गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा या धम्म चक्र दिवस भी कहते हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा,आज हम गुरु पूर्णिमा मनाते हैं। आज ही के दिन भगवान बुद्ध ने बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद अपना पहला ज्ञान दुनिया को दिया था। हमारे यहां कहा गया है कि जहां ज्ञान है, वहीं पूर्णता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज कोरोना वायरस महामारी के रूप में पूरी मानवता के सामने संकट है, ऐसे वक्त में भगवान बुद्ध हमारे लिए और प्रासंगिक हो जाते हैं। बुद्ध के दिखाए हुए मार्ग पर चलकर हम बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कैसे कर सकते हैं, ये भारत ने पूरी दुनिया को दिखाया है। बुद्ध के सम्यक विचार को लेकर आद विश्वभर के कई देश एक-दूसरे का हाथ थाम रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, सारनाथ में भगवान बुद्ध ने हमें पूरे जीवन का सूत्र बताया था। उन्होंने दुख के बारे में बताया, दुख के कारण के बारे में बताया, ये आश्वासन दिया कि दुख से भी जीता जा सकता है और जीत का रास्ता भी बताया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, बुद्ध के मूल्यों और सिद्धांतों का इस्तेमाल कर वैश्विक समस्याओं के समाधान करने में मदद मिलेगी और दुनिया एक बेहतर स्थान बदल सकती है। पीएम मोदी ने कहा, भगवान बुद्ध ने हमें जीवन के लिए अष्टांग सूत्र दिए। दो हैं, सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक प्रयास , सम्यक मन और सम्यक समाधि।