Anjali Singh| THE FACE OF INDIA

Ayodhya: 23 जनवरी 2024 से आम जनता के लिए रामलला के दर्शन शुरू हो गए है. प्रभु श्री राम 500 वर्षो की प्रतीक्षा के बाद अब अपने नए और भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं. भगवान राम के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ विश्व के अलग-अलग कोनों से अयोध्या पहुंच रही हैं. मंदिर के पट आम जनता के लिए सुबह 7 बजे से ही खोल दिए जा रहे हैं. लेकिन भक्तों का तांता देर रात से ही लगना शुरू हो जा रहा है,और सुबह होते-होते लाखों की संख्या में भक्त प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए भक्ति के पथ पर खड़े हैं.
अयोध्या में 30 दिसंबर को हुए महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राम भक्तों से अयोध्या में 22 जनवरी के बाद आने की अपील की थी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 22 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा के चलते भक्त व्यवस्थाओं के कारण अयोध्या ना पहुंचे. उन्होंने राम भक्तों से अपील की थी कि, वे 22 जनवरी के बाद अयोध्या आये. प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन ही आज भक्त लोखो की भीड़ में रामलला के दर्शन करने के लिए पहुंच गए हैं.

श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही पहुंच गए थे भक्त

प्रतिष्ठा समारोह से पहले 1.5 लाख से अधिक भक्त अयोध्या पहुंच गए थे और होमस्टे और धर्मशालाओं में रह रहे थे. कुछ लोगों ने खुले आसमान के नीचे रात बिताई, उनका लक्ष्य देवता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली सुबह मंदिर के द्वार खुलते ही प्रवेश करना था. श्रद्धालुओं ने कुछ दिनों के बाद राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या आने के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया और दूसरे दिन से ही मंदिर आना शुरू कर दिया.
आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग पैदल आए, रेल की पटरियों और खेतों से होकर यहां तक ​​कि सरयू नदी को भी पार कर आए. जब तक बॉर्डर्स सील किए, तब तक आगंतुकों की संख्या 7-8 लाख हो गई थी. शाम तक राम पथ पर जाम रहा. पुलिस ने ऐसे कई लोगों को भोजन और आवास उपलब्ध कराया जिनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी.

भगवान राम के दर्शन के लिए पहुंचे ‘हनुमानजी’

श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर राम मंदिर में हुई एक अद्भुत घटना के बारे में पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में लिखा कि भक्तों की भारी भीड़ के बीच एक बंदर दक्षिणी द्वार से होते हुए गर्भगृह में उत्सव मूर्ति के पास पहुंच गया. वही जब पुलिसकर्मियों ने यह देखा तो वे तुरंत गर्भ गृह की तरफ भागे क्योंकि सुरक्षाकर्मियों को लगा कि कहीं बन्दर भगवान राम की मूर्ति को जमीन पर न गिरा दे. लेकिन बंदर वहां बहुत ही शांतभाव से उत्तरी द्वार की ओर गया. उत्तरी द्वार बंद होने के कारण बंदर पूर्व दिशा की ओर बढ़ा और भक्तो के बीच में से होता हुआ, बिना किसी भक्तो को कष्ट पहुंचाए पूर्वी द्वार से बाहर निकल गया. सुरक्षाकर्मी ने कहा कि ये हमारे लिए ऐसा ही है, मानो स्वयं हनुमान जी प्रभु श्री राम के दर्शन करने आये हों.

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन मंदिर में आने वाले भक्तो की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है, राज्य सूचना निदेशक शिशिर जी ने कहा कि दोपहर तक 2.5-3 लाख लोग मंदिर में प्रवेश कर चुके होंगे. जिला प्रशासन ने भक्तो से 10-15 दिन बाद मंदिर में आने की दोबारा अपील की.

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