Norovirus In Kerala: केरल में एक बार फिर सामने आए नोरोवायरस के 2 मामले, जानें कितना खतरनाक है ये वायरस

Norovirus In Kerala – पिछले साल, केरल ने नोरोवायरस (Norovirus) के मामलों की सूचना दी थी, इस रोग में  उल्टी, और पेट दर्द  जिससे पेट और आंतों  में सूजन, और दस्त होते हैं  नोरोवायरस (Norovirus) एक जूनोटिक रोग है, जो मुख्य रूप से संक्रमित लोगों के साथ नजदीकी  संपर्क में आने  से या दूषित सतहों को छूने से दूषित फूड या ड्रिंक का सेवन करने से  फैलता है।

केरल स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एर्नाकुलम जिले में नोरोवायरस, (Norovirus) के एक  से अत्यधिक संक्रामक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी के दो मामले  सामने आये है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कक्षा 1 के दो छात्रों में  नोरोवायरस के लक्षण पायें गएँ है

“62 व्यक्तियों, छात्रों और उनके माता-पिता दोनों में नोरोवायरस के लक्षण विकसित हुए थे, जिनमें दस्त, पेट दर्द, उल्टी, मतली, उच्च तापमान, सिरदर्द और शरीर में दर्द शामिल हैं। इसके बाद, दो नमूने जांच के लिए भेजे गए और दोनों सकारात्मक निकले

अधिकारियों ने कहा कि संक्रमित बच्चों की हालत ठीक है और उनके स्कूल ने स्कुल बंद करने की घोषणा कर दिया है। निवारक कदमों के हिस्से के रूप में,  पानी को क्लोरीनीकरण किया जा रहा है और कक्षाओं को कीटाणु रहित किया जा रहा है।

पिछले साल, केरल ने नोरोवायरस (Norovirus) के मामलों की सूचना दी थी, जिससे पेट और आंतों की परत में सूजन, गंभीर उल्टी और दस्त होते हैं। संक्रमण बच्चों, बुजुर्गों और सह-रुग्णता वाले व्यक्तियों के लिए घातक हो सकता है।

नोरोवायरस  (Norovirus) के लक्षण

सीडीसी की तरफ से सूचीबद्ध किए गए नोरोवायरस के लक्षणों और संकेतों में डायरिया, उल्टी, मतली, पेट दर्द, बुखार, सिर दर्द और बदन दर्द शामिल हैं. कुछ मामलों में, वायरस पेट या आंतों के गंभीर सूजन का कारण बन सकता है.

यह भी देखें – फिजियोथेरेपी इन समस्याओं में होती है कारगर

कैसे बरतें सावधानी?

हमारे शरीर के अंदर वायरस को दाखिल होने से रोकने के लिए स्वच्छता का पालन जरूरी है. पानी और साबुन का इस्तेमाल करते हुए हाथों की नियमित सफाई करें. कोविड-19 की तरह, अल्कोहल युक्त सैनेटाइजर नोरोवायरस को नहीं मारते हैं, इसलिए साबुन और पानी सबसे अच्छे विकल्प हैं.

 

Poornima Mishra