The Face of India
  • लेटेस्ट
  • नेशनल
  • मनोरंजन
  • सेहत
  • जानकारी
    • Totke
  • स्पीक इंडिया
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • उत्तर प्रदेश
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • अन्य
    • अध्यात्मिक
    • बिज़नस गुरु
Reading: Dussehra 2022 – दशहरा हर साल क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं कुछ पौराणिक कथा
Share
Sign In
Notification Show More
Latest News
समाधान दिवस
समाधान दिवस पर आये कुल 5 मामले जिसमे से एक का मौके पर निस्तारण
State Uncategorized Uttar Pradesh
लोकतांत्रिक
राहुल गांधी के लोकतांत्रिक आवाज को दबा रही भाजपा राम जी गिरी
State Uttar Pradesh
रोवर्स रेंजर्स
रोवर्स रेंजर्स को कराया व्यायाम का अभ्यास
Uttar Pradesh
पर्यावरण
पर्यावरण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी विनीत पांडे
State Uttar Pradesh
गिरफ्तारी को लेकर मृतक अखिलेश के परिजन सीओ से मिले
Uttar Pradesh
The Face of India
  • लेटेस्ट
  • नेशनल
  • मनोरंजन
  • सेहत
  • जानकारी
  • स्पीक इंडिया
  • राज्य
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • अन्य
Search
  • टॉप राज्य
    • Madhya Pradesh
    • Maharashtra
    • Uttar Pradesh
    • सारे देखे
  • यूजर सेक्शन
    • लॉग इन
    • नया अकाउंट
    • पोस्ट करे
    • पोस्ट अपडेट
  • यह भी देखे
    • साईटमैप
    • मैगज़ीन
    • ई-पेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 The Face of India
The Face of India > Blog > Spiritual > Dussehra 2022 – दशहरा हर साल क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं कुछ पौराणिक कथा
Spiritual

Dussehra 2022 – दशहरा हर साल क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं कुछ पौराणिक कथा

TFOI Web Team
Last updated: 2022/09/30 at 3:43 PM
TFOI Web Team 6 months ago
Share
4 Min Read
Dusshra2022
SHARE

kajal gupta – the face of india

Contents
हाइलाइट्स –Dussehra 2022 – क्यों मनाते हैं दशहरा-Dussehra का उत्सव कैसे मनाते हैं?

Dussehra 2022- आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाते हैं । दशहरा के शाम को को रावण कुंभकरण और इंद्रजीत का पुतला दहन होता है। आइए जानते है दशहरा का इतिहास और महत्व ।

- Advertisement -

हाइलाइट्स –

दशहरा के शाम को पुतला दहन होता है।
दशहरा को श्री राम ने लंकापति रावण का वध किया था।
दशहरा मनाने का उद्देश्य लोगों को धर्म सत्य और अच्छाई का संदेश देना है।

Dusshra2022 :- हर साल आश्विन शुक्ल दशमी तिथि को दशहरा मनाते हैं। दशमी को विजयादशमी भी कहा जाता हैं क्योंकि लंकापति रावण और भगवान राम जी के बीच बहुत बडा़ युध्द हुआ था और 10 वें दिन प्रभु श्री राम को जीत मिली थी। इस साल दशहरा 05 अक्टूबर दिन बुधवार को मनाया जाता है। इस दिन शाम के समय में पुतला दहन किया जाता हैं। तिरूपति के ज्योतिषाचार्य डाॅ. कृष्ण कुमार भार्गव बताते हैं Dussehra के पौराणिक कथा के महत्व के बारे में

Dussehra 2022
Dussehra 2022

Dussehra 2022 – क्यों मनाते हैं दशहरा-

त्रेता युग में विजयदशमी के दिन प्रभु श्री राम ने लंकापति दसानन रावण का वध किया था । भगवान श्री राम और विद्यवान रावण का लगातार 10 दिनों तक बहुत भीषण युध्द चला । 10 दसवे दिन प्रभु श्री राम ने रावण का वध करके अपनी पत्नी सीता को उसके महल से छुड़वा लिया ।

- Advertisement -

यह भी देखें – Hanuman Ji Marriage story: विवाह के बाद भी क्यों ब्रह्मचारी बने रहे हनुमान |

 प्रभु राम और लक्ष्मण के समक्ष रावण की बहन शूर्पणखा ने विवाह का प्रस्ताव रखा था । लेकिन उन दोनों ने शूर्पणखा को आदर पूर्वक मना कर दिया। लेकिन शूर्पणखा अपने हट पर डटी रही। तभी लक्ष्मण जी ने उसकी नाक को काट दिया। शूर्पणखा ने अपने भाई रावण के पास जाकर अपने इंसाफ के लिए गुहार लगाई थी। तभी रावण ने माता सीता का अपहरण कर लिया था और लंका के अशोक वाटिका में माता सीता को रखा गया था। सुग्रीव, जामवंत, हनुमान और वानर सेना की मदद से उन्होंने सीता जी का पता लगाया और फिर प्रभु राम ने लंका पर चढ़ाई कर दी जिसके कारण राक्षस जाति का अंत हो गया ।
असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा हैं। यह अच्छाई पर बुराई का विजय का उत्साह है। इसी कारण अश्विनी शुक्ल दशमी तिथि को Dussehra मनाते हैं। सत्य को हर राह में कठिनाई होती है परंतु अंत में सत्य की ही जीत होती है। इसलिए कहा जाता है सत्य के मार्ग से कभी भी नहीं हटना चाहिए।

Dussehra का उत्सव कैसे मनाते हैं?

दशहरा के दिन रावण कुंभकरण और इंद्रजीत के बड़े-बड़े पुतले बनाए जाते हैं उनमें पटाखे भरे जाते हैं। यह पुतले बहुत बड़े बड़े होते हैं। जैसे की बुराइयां भी बड़ी बड़ी होती है। पटाखों के जलने की वजह से पुतले भी आग पकड़ कर जल जाते हैं। वैसे अच्छाई बढ़ती है और बड़ी बुराई का भी अंत भी पुतलों की तरह हो जाता है। रावण दहन के बाद Dussehra का उत्सव समाप्त हो जाता है। नवरात्रि में कई जगहों पर 10 दिनों तक रामलीला का मंचन होता है फिर उसका समापन दसवें दिन दशहरा को हो जाता है।

TAGGED: chait dussehra 2022, dussehra 2022 ashtami, dussehra 2022 date gujarat, dussehra 2022 date may, dussehra 2022 start date and end date, dussehra 2022 telangana, Dusshra2022, ramleela dussehra 2022
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Print
By TFOI Web Team
Follow:
THE FACE OF INDIA is a leading Newspaper, Magazine Based company in the vernacular online space. Launched in 2016, www.thefaceofindia.in is the fastest growing Hindi news website in India, and focuses on delivering around the clock national and international news and analysis, business, sports, technology entertainment, lifestyle and astrology. As per Google Analytics, www.thefaceofindia.in gets Unique Visitors every month.

Stay Connected

25.4k Followers Like
8.5k Followers Follow
57.8k Subscribers Subscribe

बेस्ट ख़बरें

MAHARASHTRA BOARD SSC 2023
यहाँ से करे MAHARASHTRA BOARD SSC 2023 TIME TABLE , Date Sheet, Pdf डाउनलोड
Latest Maharashtra
बीरबल की खिचड़ी
पुल की मरम्मत या बीरबल की खिचड़ी
State Uttar Pradesh
मिस्ट्री
लोगों को भ्रमित कर रही अंगेश की मिस्ट्री
Uttar Pradesh
हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव का शुभारंभ
State
//

THE FACE OF INDIA is a leading Newspaper, Magazine Based company in the vernacular online space. Launched in 2016, www.thefaceofindia.in is the fastest growing Hindi news website in India, and focuses on delivering around the clock national and international news and analysis, business, sports, technology entertainment, lifestyle and astrology. As per Google Analytics, www.thefaceofindia.in gets Unique Visitors every month.

The Face of India
Follow US

© 2022 The Face of India | All Rights Reserved.

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?