Updated: 01/03/2022 at 4:41 PM
आज महाशिवरात्रि का महापर्व है। भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए शिव मंदिरों में लंबी कतारें देखने को मिलेंगी। भक्त श्रद्धा भाव से शिवलिंग पर विभिन्न वस्तुओं को अर्पित करेंगे। एक ऐसा खाद्य पदार्थ जो किसी भी देवी-देवता पर नहीं चढ़ाया जाता, जिसे हिंदू धर्म में भोजन में इस्तेमाल करना भी निषिद्ध माना गया है वो है गाजर। गाजर को शास्त्रों में हड्डी का रूप माना गया है। शास्त्रों के अनुसार गाजर धरती के नीचे उत्पन्न होती है और इस पर सूर्य की किरणें नहीं आ पाती। इसी कारण इसके खाने पर ही रोक है परंतु एकमात्र भगवान शंकर ही ऐसे हैं जिन पर गाजर अवश्य रूप से महाशिवरात्रि पर चढ़ाई जाती है।महाशिवरात्रि के दिन शाम अथवा सारी रात अगले दिन सुबह होने तक के समय गाजर शिवलिंग पर चढ़ाकर शेष गाजर प्रसाद रूप में हलवे, खीर अथवा सलाद के रूप में खाने से रक्त जनित समस्याएं समाप्त होती हैं तथा व्यक्ति के भाग्य और धन में भी वृद्धि होती है।जिनका आज महाशिवरात्रि का व्रत है, वो इस गाजर को कल खा सकते हैं।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गाजर पर मंगल का आधिपत्य होता है। कालपुरुष सिद्धांत के अनुसार मंगल दक्षिण दिशा को संबोधित करता है तथा कुंडली का दसवां घर इसका पक्का घर माना गया है।कुंडली का दसवां घर व्यक्ति के करियर और प्रोफैशन को संबोधित करता है। गाजर खाने से व्यक्ति के करियर में निखार आता है, इसी कारण से व्यक्ति का धन और आर्थिक क्षेत्र प्रबल होता है।
First Published on: 01/03/2022 at 4:41 PM
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