The Face of India
  • लेटेस्ट
  • नेशनल
  • मनोरंजन
  • सेहत
  • जानकारी
    • Totke
  • स्पीक इंडिया
  • राज्य
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • उत्तर प्रदेश
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • अन्य
    • अध्यात्मिक
    • बिज़नस गुरु
Reading: Shivji ki Aarti : शिवजी की आरती, मंत्रों व तांडव
Share
Sign In
Notification Show More
Latest News
प्राण प्रतिष्ठा
वैदिक मंत्रोंचार से मां अन्नपूर्णा व लक्ष्मी नारायण भगवान की मूर्ति की हुई प्राण प्रतिष्ठा
State Uttar Pradesh
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित
State Uttar Pradesh
कालीचरण घाट सरयू किनारे बनेगा मुक्तिधाम तैयारियां हुई पूर्ण
Uncategorized
सोने चांदी
ऐसा अवसर फिर नहीं! सोने चांदी की कीमतों में आई है गिरावट, जल्दी चेक करें आज के रेट
Jankari
नई कहानी
बन गई फिर एक नई कहानी कहीं अंगेश कहीं बृजेश ,कहीं गोपाल तिवारी
State Uttar Pradesh
The Face of India
  • लेटेस्ट
  • नेशनल
  • मनोरंजन
  • सेहत
  • जानकारी
  • स्पीक इंडिया
  • राज्य
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • अन्य
Search
  • टॉप राज्य
    • Madhya Pradesh
    • Maharashtra
    • Uttar Pradesh
    • सारे देखे
  • यूजर सेक्शन
    • लॉग इन
    • नया अकाउंट
    • पोस्ट करे
    • पोस्ट अपडेट
  • यह भी देखे
    • साईटमैप
    • मैगज़ीन
    • ई-पेपर
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 The Face of India
The Face of India > Blog > Latest > Shivji ki Aarti : शिवजी की आरती, मंत्रों व तांडव
LatestNationalSpiritual

Shivji ki Aarti : शिवजी की आरती, मंत्रों व तांडव

Kajal Gupta
Last updated: 2023/02/18 at 5:49 PM
Kajal Gupta 1 month ago
Share
4 Min Read
Shivji ki Aarti
Shivji ki Aarti
SHARE

भोलेनाथ की आरती :-

जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।

Contents
भोलेनाथ की आरती :- शिव शंकर के मंत्रों का करेंगे जाप तो बनी रहेगी कृपा:शिव ताण्डव स्तोत्र:-

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

- Advertisement -

एकानन चतुरानन पंचानन राजे

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।

- Advertisement -

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।

- Advertisement -

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

Shivji ki Aarti
Shivji ki Aarti

शिव शंकर के मंत्रों का करेंगे जाप तो बनी रहेगी कृपा:

1. ॐ नमः शिवाय।

2. नमो नीलकण्ठाय।

3. ॐ पार्वतीपतये नमः।

4. ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।

5. ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।

6. ऊर्ध्व भू फट्।

7. इं क्षं मं औं अं।

8. प्रौं ह्रीं ठः।

 

Shivji ki Aarti
Shivji ki Aarti

Kedarnath Kapat Open : कपाट के साथ खुलेंगी आपकी किस्मत

शिव ताण्डव स्तोत्र:-

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले

गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌।

डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयं

चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ॥1॥

जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी ।

विलोलवी चिवल्लरी विराजमानमूर्धनि ।

धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावके

किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ॥2॥

धरा धरेंद्र नंदिनी विलास बंधुवंधुर-

स्फुरदृगंत संतति प्रमोद मानमानसे ।

कृपाकटा क्षधारणी निरुद्धदुर्धरापदि

कवचिद्विगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥3॥

जटा भुजं गपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा-

कदंबकुंकुम द्रवप्रलिप्त दिग्वधूमुखे ।

मदांध सिंधु रस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरे

मनो विनोदद्भुतं बिंभर्तु भूतभर्तरि ॥4॥

सहस्र लोचन प्रभृत्य शेषलेखशेखर-

प्रसून धूलिधोरणी विधूसरांघ्रिपीठभूः ।

भुजंगराज मालया निबद्धजाटजूटकः

श्रिये चिराय जायतां चकोर बंधुशेखरः ॥5॥

ललाट चत्वरज्वलद्धनंजयस्फुरिगभा-

निपीतपंचसायकं निमन्निलिंपनायम्‌ ।

सुधा मयुख लेखया विराजमानशेखरं

महा कपालि संपदे शिरोजयालमस्तू नः ॥6॥

कराल भाल पट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल-

द्धनंजया धरीकृतप्रचंडपंचसायके ।

धराधरेंद्र नंदिनी कुचाग्रचित्रपत्रक-

प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने मतिर्मम ॥7॥

नवीन मेघ मंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर-

त्कुहु निशीथिनीतमः प्रबंधबंधुकंधरः ।

निलिम्पनिर्झरि धरस्तनोतु कृत्ति सिंधुरः

कलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरः ॥8॥

प्रफुल्ल नील पंकज प्रपंचकालिमच्छटा-

विडंबि कंठकंध रारुचि प्रबंधकंधरम्‌

स्मरच्छिदं पुरच्छिंद भवच्छिदं मखच्छिदं

गजच्छिदांधकच्छिदं तमंतकच्छिदं भजे ॥9॥

अगर्वसर्वमंगला कलाकदम्बमंजरी-

रसप्रवाह माधुरी विजृंभणा मधुव्रतम्‌ ।

स्मरांतकं पुरातकं भावंतकं मखांतकं

गजांतकांधकांतकं तमंतकांतकं भजे ॥10॥

जयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद्भुजंगमस्फुर-

द्धगद्धगद्वि निर्गमत्कराल भाल हव्यवाट्-

धिमिद्धिमिद्धिमि नन्मृदंगतुंगमंगल-

ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्ड ताण्डवः शिवः ॥11॥

दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजंग मौक्तिकमस्रजो-

र्गरिष्ठरत्नलोष्टयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः ।

तृणारविंदचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः

समं प्रवर्तयन्मनः कदा सदाशिवं भजे ॥12॥

कदा निलिंपनिर्झरी निकुजकोटरे वसन्‌

विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्‌।

विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः

शिवेति मंत्रमुच्चरन्‌कदा सुखी भवाम्यहम्‌॥13॥

निलिम्प नाथनागरी कदम्ब मौलमल्लिका-

निगुम्फनिर्भक्षरन्म धूष्णिकामनोहरः ।

तनोतु नो मनोमुदं विनोदिनींमहनिशं

परिश्रय परं पदं तदंगजत्विषां चयः ॥14॥

प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशुभप्रचारणी

महाष्टसिद्धिकामिनी जनावहूत जल्पना ।

विमुक्त वाम लोचनो विवाहकालिकध्वनिः

शिवेति मन्त्रभूषगो जगज्जयाय जायताम्‌ ॥15॥

इमं हि नित्यमेव मुक्तमुक्तमोत्तम स्तवं

पठन्स्मरन्‌ ब्रुवन्नरो विशुद्धमेति संततम्‌।

हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नांयथा गतिं

विमोहनं हि देहना तु शंकरस्य चिंतनम ॥16॥

पूजाऽवसानसमये दशवक्रत्रगीतं

यः शम्भूपूजनमिदं पठति प्रदोषे ।

तस्य स्थिरां रथगजेंद्रतुरंगयुक्तां

लक्ष्मी सदैव सुमुखीं प्रददाति शम्भुः ॥17॥

॥ इति शिव ताण्डव स्तोत्रं संपूर्णम्‌॥

TAGGED: Shivji ki Aarti, ॐ नमः शिवाय, शिव ताण्डव स्तोत्र, शिव शंकर के मंत्रों
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Print

Stay Connected

25.4k Followers Like
8.5k Followers Follow
57.8k Subscribers Subscribe

बेस्ट ख़बरें

Hanuman Chalisa Lyrics
Hanuman Chalisa Lyrics : जानिए श्री हनुमान चालीसा क्यों, कैसे और किसने की ?
Spiritual
MAHARASHTRA BOARD SSC 2023
यहाँ से करे MAHARASHTRA BOARD SSC 2023 TIME TABLE , Date Sheet, Pdf डाउनलोड
Latest Maharashtra
Veera Simha Reddy : बलैया के प्रशंसकों के लिए एक और तोहफा.. 25 को एक शानदार कार्यक्रम
Entertainment Latest
मौनागढ़वा में स्वच्छता पर बैठक कर विस्तृत चर्चा: ग्राम प्रधान
State Uttar Pradesh
//

THE FACE OF INDIA is a leading Newspaper, Magazine Based company in the vernacular online space. Launched in 2016, www.thefaceofindia.in is the fastest growing Hindi news website in India, and focuses on delivering around the clock national and international news and analysis, business, sports, technology entertainment, lifestyle and astrology. As per Google Analytics, www.thefaceofindia.in gets Unique Visitors every month.

The Face of India
Follow US

© 2022 The Face of India | All Rights Reserved.

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?