गणेश विसर्जन क्यों किया जाता है? आइए जानते हैं इसका महत्व

Updated: 09/09/2022 at 9:06 AM
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THE FACE OF INDIA – KAJAL GUPTA भाद्र पद माह की चतुर्थी तिथि पर सुख,समृद्धि और विघ्नहर्ता भगवान गणेश विधि विधान के साथ पूजा करके घर में स्थापित किया जाता हैं और गणपति बप्पा को अनंत चतुर्दशी को विसर्जन कर दिया जाता हैं । ○गणेश विसर्जन 2022 ::- गणेश विसर्जन 09 सिंतबर शुक्रवार को अनंत चतुर्थी पर किया जाएगा ।10 दिन तक चलने वाला गणेश उत्सव अनंत चतुर्दशी तारीख पर बडे़ पांडालो और घरों में भगवान गणेश की मूर्ति को जल में विसर्जन किया जायेगा । वेदों में मान्यता हैं कि भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था । देवी देवताओं में प्रथम पूजनीय श्री गणेश हैं । ऐसी मान्यता है कि कोई भी शुभ काम करने से पहले उसकी गणेश की पूजा तथा स्मरण किया जाता है। जिससे किसी भी कार्य में बाधा नहीं आती और वह काम सफल हो जाता है। ○ क्या महत्व है विसर्जन का :— सनातन धर्म में श्री गणेश को विवेक समृद्धि बुद्धि और वाणी के देवता माने जाते हैं । कोई भी कार्य शुरू होने से पहले श्री गणेश को याद किया जाता है । भगवान गणेश की पूजा से सभी परेशानियां दूर हो जाती है और सभी प्रकार के वास्तु संबंधी दोष दूर हो जाते हैं ।10 दिनों तक गणपति बप्पा की प्रतिमा को घर में रखकर उनकी पूजा की जाती है । तो फिर दसवें दिन अनंत चतुर्थी पर उनकी आशीर्वाद लेकर उनका विसर्जन कर देते हैं ।गणेश विसर्जन ○गणपति विसर्जन क्यों किया जाता है ? :- पौराणिक कथा गणेश विसर्जन के संबंध में है। पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना के लिए श्री गणेश को बुलाया था। महर्षि वेदव्यास ने श्री गणेश को महाभारत लिखने की प्रार्थना की थी । भगवान श्री गणेश ने उनके प्रार्थना को स्वीकार किया और एक नियम रखा कि मैं जब लिखना शुरू करूंगा तो मैं कलम को नहीं रोकूंगा । और जब मेरी कलम रुक गई तो मैं लिखना बंद कर दूंगा। महर्षि वेदव्यास ने कहा कि आप देवताओं में प्रथम पूजनीय,विद्या बुद्धि के दाता हैं । और मैं एक साधारण सा ऋषि हूं और मुझसे श्लोक में कोई गलती हो जाती है तो आप उसे ठीक कर लिखें । ○ गणपति बप्पा ने उनकी बात को स्वीकारा और कार्य को प्रारंभ कर दिया । भगवान श्री गणेश को पानी पीना भी माना था ।भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी पर महर्षि वेदव्यास ने भगवान श्री गणेश के शरीर पर मिट्टी का लेप लगाया और उनकी पूजा की । भगवान श्री गणेश ने महाभारत लिखने में 10 दिनों का समय लिया और अनंत चतुर्थी पर यह कार्य समाप्त किया। भगवान श्री गणेश का तापमान को देखकर महर्षि वेदव्यास ने उन्हें जल में डाल दिया । गणेश जी को महर्षि वेदव्यास ने 10 दिनों तक अलग-अलग प्रकार के व्यंजन दिये । इसलिए सभी भक्त भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को घर में 10 दिन रख कर मन से पूजा अर्चना करते हैं। और दसवें दिन उनकी प्रतिमा को जल में विसर्जन कर देते हैं । सभी भक्त गणेश उत्सव का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
First Published on: 09/09/2022 at 9:06 AM
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