THE FACE OF INDIA- अंकिता पाठक
वेंकटेश अय्यर जो कि एक इंडियन क्रिकेटर हैं। जो कि CA की पढ़ाई कर रहे थे। वेंकटेश अय्यर को पार्ल के बोलैंड पार्क में खेले जा रहे पहले वनडे मुकाबले में वनडे में डेब्यू करने का अवसर मिला. वेंकटेश अय्यर इंडियन टीम के लिए वनडे मैच खेलने वाले 242वें खिलाड़ी बने।
• वेंकटेश अय्यर का 2021 साल में शानदार प्रदर्शन रहा
वेंकटेश अय्यर को पार्ल के बोलैंड पार्क में खेले जा रहे पहले वनडे मुकाबले में वनडे में डेब्यू करने का अवसर मिला। वेंकटेश अय्यर ने इंडियन टीम के लिए वनडे मैच खेलने वाले में 242वें खिलाड़ी बने। वेंकटेश अय्यर का 2021 साल बहोत खास रहा हैं। 2021 में वेंकटेश अय्यर ने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए काफी शानदार प्रदर्शन किया था।
जिस वजह से उन्हें जयपुर में इंडियन टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 डेब्यू करने का अवसर मिला था।
• कैसे मिला वेंकटेश अय्यर को वनडे में मौका?
वेंकटेश अय्यर जो कि इंडियन टीम के लिए टी-20 मुकाबले में खेल चुके और पार्ल में अपना उन्होनें वनडे डेब्यू भी किया।
मैच से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान केएल राहुल ने बताया था कि वेंकटेश अय्यर टीम के लिए छठे गेंदबाज का विकल्प भी बन सकते हैं। अपने कॉन्फिडेंस के लिए पसंद किए जाने वाले वेंकटेश अय्यर IPL के 2021 से लगातार काफी अच्छा शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता के लिए और घरेलू क्रिकेट में उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए काफी रन स्कोर किए और अहम मौकों पर विकेट भी दिए।
27 साल के वेंकटेश अय्यर का जन्म इंदौर में एक तमिल परिवार में हुआ था। वेंकटेश अय्यर को अपने घर पर बचपन से पढ़ाई का माहौल मिला। और वह भी बचपन से अपनी पढ़ाई को लेकर काफी गभींर थे। वेंकटेश अय्यर को उस समय पढ़ाई के शोक के साथ – साथ क्रिकेट में भी काफी दिलचस्पी थी।अय्यर अपने आत्मविश्वास की बदौलत दोनों कामों को बखूबी निभाते थे.
वेंकटेश अय्यर के पिता ने कहा उन्हें क्रिकेट से छोटी सी उम्र में ही गहरा लगाव हो गया था। वेंकटेश अय्यर सौरव गांगुली की बल्लेबाजी से प्रभावित होकर बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने की भी कोशिश करते थे। तब भी से वेंकटेश अय्यर पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट में भी खेलते हुए अपना समय बिताने लगे।
• वेंकटेश अय्यर क्रिकेटर का लगातार शानदार प्रदर्शन
क्रिकेटर वेंकटेश अय्यर ने कभी भी अपनी पढ़ाई और क्रिकेट में समझौता नहीं किया और वे अपने दोनों ही कामों को बखूबी निभाते थे। MBA की डिग्री हासिल करने वाले क्रिकेटर वेंकटेश अय्यर का करियर साल 2021 में पूरी तरह से बदल गया। सबसे पहले उन्होंने मार्च, 2015 में होलकर स्टेडियम में रेलवे क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना ट्वेंटी 20 डेब्यू किया।वेंकटेश अय्यर ने 2015 में सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के खिलाफ सौराष्ट्र क्रिकेट टीम में अपनी लिस्ट ए की शुरुआत की। 2018 में उन्हें CA का भी प्रस्ताव आया था और तब उन्हें CA या क्रिकेट में से किसी एक को चुनना था।और तब उन्होंने क्रिकेट को चुना। उन्होंने 6 दिसंबर 2018 को रणजी ट्रॉफी और 2018-19 में मध्य प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। वेंकटेश अय्यर ने कोलकाता के लिए IPL में 10 मुकाबलों में 41 की औसत से 370 रन बनाए। सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मुकाबलों में 155 रन बनाए और 5 विकेट झटके. विजय हजारे ट्रॉफी में भी अय्यर ने 6 मुकाबलों में 2 शतकों के साथ 63.16 की औसत से 379 रन बनाए।