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श्री राम कथा के सातवें दिन श्री राम के वन गमन से लेकर केवट प्रसंग तक चर्चा

बरहज।देवरिया बरहज तहसील क्षेत्र अंतर्गत बाबा महेंद्रनाथ (महेन) की पावन भूमि पर चल रहे। श्री राम कथा के सातवें दिन प्रेम मूर्ति प्रेमभूषण जी महाराज द्वारा प्रभु श्री राम के वन गमन से लेकर केवट प्रसंग तक चर्चा करते हुए कहा कि भगवान का वनवास हो चुका था प्रभु गंगा के पावन तट पर खड़े होकर केवट से नाव मांग रहे थे। और केवट नाव लाने से इनकार कर रहा था केवट कह रहा था प्रभु सारा संसार जानता है आपके चरणों में जादू है आप पत्थर को नारी के रूप में परिवर्तित करते हैं भला मेरी काठ की नाव अगर स्त्री के रूप में हो गई तो मेरे परिवार की कमाई का जरिया समाप्त हो जाएगा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में दिए गए बयान के बाद अब सियासी घमासान मचा हुआ है…

केवट ने कहा कि यही प्रतिपालेउ सब परिवारु।। दूसरा कोई कार्य भी नहीं जानता, प्रभु आपके बारे में सब कुछ जानता हूं कहहि तुम्हार मरम मैं जाना।। भगवान मुस्कुराए केवट को आदेश दिया केवट ने पांव पाखरा और भगवान को गंगा पार किया। कथा के दौरान बाबू बिजेश्वरी सिंह, डॉक्टर धनंजय सिंह उर्फ पप्पू सिंह, गणेश दुबे, कमलेश दुबे, शिवकुमार मल्ल, आशुतोष मल्ल, दीपू मल्ल, बिन्नू तिवारी, ग्राम प्रधान, अनमोल मिश्र,अनिल राय त्रिलोकी यादव, थाना मदनपुर के थानाध्यक्ष नवीन चौधरी, उप निरीक्षक रंजीत कुमार सिंह ,अवधेश चौधरी, चंद्रशेखर सिंह, हेड कांस्टेबल रविंद्र यादव, महिला पुलिस गायत्री मिश्रा, कविता, रागिनी मौर्य,आयोजक चंदन गोस्वामी एवं क्षेत्र की श्रद्धालु जनता तथा गणमान्य लोग मौजूद रहे।

Basant Mishra

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