6th December was celebrated as Bravery Day
बरहज , देवरिया। बरहज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बकुची में स्वामी परमानंद समाज सेवा ट्रस्ट द्वारा 6 दिसंबर शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रमोद मिश्र ने कहा कि राम जन्मभूमि पर महान पराक्रमी राजा विक्रमादित्य के द्वारा बनवाए गए राम मंदिर को 1528 में बाबर के सेनापति मीरबाकी के द्वारा तुड़वाया गया और उसे मस्जिद का आकार दे दिया गया जिस हिंदू समाज कभी स्वीकार नहीं किया। अपने राम के उसे जन्म स्थान को मुक्त करने के लिए हिंदू समाज बराबर लड़ता बढ़ता रहा 76 लड़ाइयां लड़ी गई।
महापरिनिर्वाण दिवस पर याद किये गए बाबा साहब।
इस बीच लगभग 400 वर्ष बीत गए लगभग 5 लाख लोग शहीद हुए 7 अक्टूबर 1984 को 77वीं लड़ाई विश्व हिंदू परिषद वह संत समाज के नेतृत्व में प्रारंभ हुई ,और 6 दिसंबर 1992 को उसे मस्जिद रूपी कलंक को हिंदू समाज में जमींदोज कर दिया ।और प्रारंभ हुआ मंदिर के निर्माण का स्वर्णिम युग, सबने कसमें खाई”राम लला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे ” आज का दिन हिंदू समाज के लिए गर्व का दिन है इस जीत को तब से हिंदू समाज शौर्य दिवस के रूप में मनाता है ।इस अवसर पर शिवम पांडे ,राजू विश्वकर्मा, जयंत सिंह, रामू ,मुकेश, शिवम मिश्र, रोहित, पंकज, पवन कुमार ,प्रिंस, बिंद्रेश मिश्रा ,रजनीश, अवनीश उपाध्याय, सर्वेश राजभर, भुवर राजभर, रामप्रीत ,सत्यलाल ,शंभू कुशवाहा, राजनाथ पासवान ,संदीप कुशवाहा, चंदन पांडे ,सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।