कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में धान खरीद एवं उर्वरक तथा बीज की मौजूदा स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्होंने शासन की मंशानुरूप योजनाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
कृषि मंत्री ने धान खरीद की गति तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने पहाड़पुर, सेखोना, गौरा तथा बागापार में नये धान केंद्र स्थापित करने के संबन्ध में आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि क्रय केंद्र पर किसानों को आने के लिए प्रेरित किया जाए। छोटे किसानों से प्राथमिकता के आधार पर धान खरीदा जाए। जनपद में 92 धान क्रय केंद्रों द्वारा 8,044 किसानों से 3.45 लाख कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है। कृषि मंत्री ने धान खरीद की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि क्रय केंद्र की नियमित समीक्षा की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक दिन प्रत्येक केंद्र पर न्यूनतम 10 किसानों से धान खरीद अनिवार्य रूप से हो।
कृषि मंत्री ने कहा कि जनपद में उर्वरक एवं बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उर्वरक का वितरण समुचित तरीके से किया जाये जिससे सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद मिल सके। जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में 773 बिक्री केंद्रों पर कुल 7,719 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। वर्तमान में पीसीएफ के गोदामों पर प्रीपोजिशनिंग यूरिया 880 मीट्रिक टन उपलब्ध है। कृषि मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती उर्वरक दुकानों की विशेष निगरानी की जाए एवं संदिग्ध दुकानों पर छापेमारी की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए।
इस दौरान कृषि मंत्री ने कई फरियादियों की समस्याएं भी सुनी एवं उनके निस्तारण के संबन्ध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कृषि मंत्री को उनके द्वारा निर्देशित किये गए मुद्दों पर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नागेंद्र कुमार सिंह, उपनिदेशक कृषि विकेश पटेल, जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल, डिप्टी आरएमओ भीमाचंद गौतम, डीसी मनरेगा बीएस राय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।