देवरिया। जनपद के विकास भवन कार्यालय स्थित जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में मेडिकल के भुगतान के लिए मदरसा शिक्षक से पांच हजार रुपये लेते बाबू अमूल यादव व चपरासी प्रदीप मिश्र को एंटी करप्शन की टीम ने बुधवार की दोपहर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि एंटी-करप्शन टीम द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है। जिसके बाद विकास भवन में खलबली मच गई। आपको बताते चलें कि देवरिया जिले के एक मदरसा में एक शिक्षक कार्यरत हैं बताया जा रहा है कि उनके मेडिकल के भुगतान के लिए कार्यालय में तैनात बाबू अमूल यादव पांच हजार रुपये की मांग कर रहा था। यह भी बताया जा रहा है कि शिक्षक द्वारा रिश्वत न देने पर बाबू द्वारा भुगतान नहीं देने की बात कही जा रही थी। शिक्षक का आरोप है की इसकी शिकायत तमाम अधिकारियों से भी की गई थी , लेकिन कोई भी इस बात को गंभीरता से नहीं लिया।

जिसके बाद उन्होंने एंटी करप्शन टीम से इसकी शिकायत की।शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम के प्रभारी शिव मनोहर यादव के नेतृत्व में बुधवार की सुबह कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से अनुमति लेने के बाद विकास भवन स्थित कार्यालय में पहुंच गई और शिक्षक द्वारा पैसे देने का इंतजार करने लगी बताया जा रहा है कि जैसे ही शिक्षक ने रिश्वत दी, वैसे ही बाबू व चपरासी को एंटीकरप्शन टीम ने दबोच लिया। वहीं एंटी करप्शन टीम के प्रभारी ने बताया कि कार्यवाही चल रही है। जल्द ही इस मामले में मुकदमा दर्ज करा दिया जाएगा।

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