भागलपुर/ देवरिया। मईल थाना क्षेत्र के भागलपुर गांव में हजरत इमाम हुसैन की शहादत को हर साल की भांति इस साल भी याद किया गया। मोहर्रम के इस त्यौहार को बड़े ही शिद्दत के साथ मनाया जाता है। ताजिए के दौरान लोगों के खेल (करतब) देखने के लिए आसपास के गांव से हजारों की संख्या में लोग आते हैं। इस गांव में गंगा जमुना की तहजीब हमेशा बरकरार रहती है। मुहर्रम के त्यौहार के मद्देनजर मईल थाना के सुरक्षाकर्मी चौकी इंचार्ज मानसिंह, दीवान धर्मेंद्र यादव अपने दल बल के साथ काफी मुस्तैद रहे। भागलपुर में 6 ताजिए रखे गए। इन छः ताजिया दरों ने अपने ताजिए को बहुत ही सजा कर भागलपुर मेन मार्केट से होते हुए ईदगाह, मेला मैदान तक और मेला मैदान से फिर मेन चौरहा से कर्बला के लिए गए। मुख्य चौराहे पर देवसिया और भागलपुर की ताजिया का मिलन होता है। इस बीच लोग खेला दिखाते हैं। अपने अपने करतब के माध्यम से रात्रि के लगभग 8:00 बजे तक लोगों ने करतब दिखाए। ढोल ताशे और डीजे के बीज साजिदा आई केयर सेंटर के डॉक्टर फिरोज खान ने ताशा खूब बजाया।भागलपुर के पूर्व प्रधान गुलाब चंद यादव ने इस त्यौहार पर आपसी भाईचारे का संदेश दिया। अहमद अली ने अपने कविता के माध्यम से लोगों को गंगा जमुनी तहजीब के बारे में बताया और कहा:-
महक उठे यह दुनिया सारी भाईचारे का बन फूल खिलो।
विमुख मत हो कर्तव्य से अपने सदा सच्चाई की राह चलो।,
करदो जग को रफन, हिंदू, मुसलमान का एक बनके दीप जले दीप जलो।
सीखो गुलाब सी हंसी कांटों के ही बीच पलो।
उगो तो सूर्य सी ताकि शाम सी ढलो।
मुन्ना ठेकेदार ने कहा कि भार्गव ऋषि के इस पावन भूमि पर गंगा जमुनी जैसी मिसाल कहीं और देखने को नहीं मिलती है। वह सिर्फ और सिर्फ भागलपुर में ही मिलती है उन्होंने सभी समुदाय सभी जाति वर्ग के लोगों का धन्यवाद किया। प्रशासन का धन्यवाद किया कहा कि: जग में सरिख होते हैं वतन के लिए, अरे वतन की राख काफी है उनके कफन के लिए। हिंदू, मुस्लिम सिख ईसाई क्या, वतन तो उनका है जो जान दे वतन के लिए ।।
भारत मेरा है महान।। सभी ने मिलकर इस त्यौहार को सफल बनाया इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। इस अवसर पर तमाम ताजिया दारु के साथ सुलेमान, पतरु,डॉक्टर रफीक अहमद, अली चौधरी, जबार ,तूफानी, इंतजार, उमेद, हजरत मुलायम यादव हरिशंकर यादव नन्हे यादव मणि यादव संदीप साहनी इत्यादि हजारों की संख्या में लोग इस ताजिया जुलूस में शामिल थे।