बिरेन्द्र पाण्डेय
*भागलपुर, देवरिया ( TFOI )* मईल थाना क्षेत्र में शंभु हत्याकांड सहित चार अन्य घटनाओं को अंजाम देने वाले नए गिरोह का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश किया है। पुलिस ने चार बदमाश को पिस्टल, तमंचा, कार और बाइक के साथ गिरफ्तार किया है। एसपी ने घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक डॉ.श्रीपति मिश्र ने मंगलवार को पुलिस लाइन के मनोरंजन गृह में पत्रकारों से बातचीत में इसका खुलासा किया। श्री मिश्र ने बताया कि मईल में 24 जून को थाने के समीप शंभू जायसवाल की हत्या कर दी गयी थी। 25 जून को मईल थाना क्षेत्र के पडरीगजराज में लालू चौहान को गोली मारकर चेन लूटी गयी थी। इन घटनाओं के खुलासे के लिए चार टीमें लार, खामपार, मईल और एसओजी लगायी गयी थी। मंगलवार को टीम को मुखबीर के जरिए कुछ बदमाशों के लोकेशन की जानकारी हुई। टीम ने सक्रियता दिखाते हुए भागलपुर तिराहे से पिण्डी जाने वाले रेलवे क्रसिंग के पास एक शिफ्ट डिजायर और दो बाइक पर चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। गिरोह के दो सदस्य लार थाना क्षेत्र के चौमुखा गांव के रहने वाले मनीष सिंह और प्रदीप सिंह फरार हो गए। पूछताछ में बदमाशों ने अपना नाम प्रिंस मद्धेशिया पुत्र मन्ना मुद्धेशिया निवासी सलाहाबाद वार्ड नम्बर 6 थाना सलेमपुर, विशाल कुमार गौड़ पुत्र छोटे लार गौड़ निवासी सुकरौली थाना खुखुन्दू, अनूप वर्मा पुत्र मुन्ना वर्मा निवासी चौमुखा थाना लार, परमात्मा पासवान पुत्र राजेश पासवान निवासी चौमुखा थाना लार बताया। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने 27 मई को उकिना ईट भट्ठे के पास चेन की लूट की घटना, 17 जून को खेमादेई मोड़ के पास से लूट के नियत से गोली मारने, 24 जून को मईल थाने के पास शंभू को गोली मारकर हत्या करने, 25 जून को पड़री गजराज के पास जीजा साले से लूट में लालू चौहान को गोली मारकर हत्या करने की बात स्वीकार किया। पुलिस ने गिरोह के चारों सदस्यों का चालान कर दिया। लूट और हत्या की घटनाओं को देखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन ने टीम को 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया।
सजांव गांव के रहने वाले शंभू जायसवाल को गत्ता गिरने की बात कहकर रोका था। चेन लूटने का प्रयास किया तो शंभू ने विरोध किया तो उसे गोली मार दिया। वहीं लालू चौहान ने शराब की दुकान का पता पूछने के बाद लूट की घटना को अंजाम दिया था।
बदमाशों के गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने वाली टीम में मईल के थानेदार भवानी भीख राजभर, खामपार के थानेदार घनश्याम सिंह, लार के थानेदार प्रदीप शर्मा, एसओजी प्रभारी गोपाल प्रसाद राजभर, दरोगा संतोष सिंह, अमित पाण्डेय, हरिलाल राव, हेडकांस्टेबल योगेन्द्र कुमार, धन्नजय श्रीवास्तव, अरुण खरवार, नारन्तक यादव, नन्दलाल यादव, कांस्टेबल राहुल सिंह, विमलेश सिंह, सुधीर मिश्र, प्रशांत, सुदामा, दिव्याशंकर राय, नवीन कुमार, विकास, धर्मेन्द्र यादव, अखिलेश कुमार, श्रीकांत, संजय सिंह और सुनील सिंह आदि मौजूद रहे।
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