वाराणसी: राजातालाब क्षेत्र में पूर्व काशी नरेश के द्वारा कई तालाब निर्मित किए गए थे। इन तालाबों की पूर्व में महत्ता तो थी ही वर्तमान में भी महत्ता बढ़ गई है। इन तालाबों पर छठ पूजा करने के लिए महिलाओं की लंबी कतार लग रही है। वर्षों पूर्व इस क्षेत्र में जब यह पूजा शुरू हुआ था तो कुछ एक महिलाएं ही इस में भाग लेती थी। लेकिन छठ पूजा की महत्ता को देखते हुए इसके बहुत से लोग अनुयाई हो गए हैं। अब ग्रामीण इलाकों में हजारों की संख्या में महिलाएं तालाबों पर पहुंचती हैं और पूजा कर रही है। राजातालाब के रानी बाजार पोखरे को रविवार सुबह स्थानीय लोगों ने साफ सुथरा किया और तालाब को पूजा करने योग्य बनाया। आज यहां पर महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और छठ पूजा की शुरूआत की। इस दौरान जहां महिलायें मन्नते मांगती रही, वहीं मेले जैसा दृश्य भी रहा जिसमें क्षेत्र के बाल गोपाल व लोग उत्सव मनाते रहे। राजातालाब में छठ पूजा का दूसरा अर्घ्य भगवान सूर्य को उदय होते समय अर्घ्य देकर होगा। जिसके लिए यहां की पूजा समिति ने काफी तैयारियां कर ली हैं। सोमवार को भोर में ही पूजार्थियों को यहां पर दूध और चाय देने की व्यवस्था पूजा समिति ने की है। अन्य कार्यकर्ताओं ने छठी महिलाओं के लिए व्यवस्था रात को 2:00 बजे दूध चाय अन्य सामग्रियां महिलाओं, आस्थावानों को उपलब्ध करायेंगे।
इस दौरान कचनार गाँव के दिवंगत पूर्व ग्राम प्रधान विजय पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। रानी बाज़ार स्थित राजातालाब के पास आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित ग्रामीणों ने दिवंगत पूर्व ग्राम प्रधान विजय पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर अध्यक्ष विजय मोदनवाल, कार्यवाहक अध्यक्ष आंशू पांडेय, अजय गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, राजीव कुमार पांडेय उर्फ़ पंकज, राम अवध पांडेय, श्याम सुंदर विश्वकर्मा, दीपक पांडेय, राहुल कनौजिया, रिक्की पटेल, ललित पटेल, सुफियान अहमद, राधेश्याम, मनोज पटेल, आकाश जायसवाल, बालकरन राय आदि लोग उपस्थित थे।