छत्तीसगढ़। क्षेत्र के कौशल्या मंदिर, अगासदिया परिसर हुडको में “सर्व समाज तीजहारीन समिति” द्वारा तीज मिलन का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता यमला साहू ने किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष डॉ. वेदवती मंडावी, महासचिव मिथिला खिचरिया, कोषाध्यक्ष सुरेखा देशमुख एवं खेल प्रभारी अनुराधा वर्मा थीं। रेनु देशमुख, रागिनी साहू, रत्नमाला पारिया, सावित्री वर्मा, गीता वर्मा, विजयलक्ष्मी परगनिहा का सहयोग रहा। मंच- संचालन मेनका वर्मा ने किया।
सर्वप्रथम कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को गैस सिलेंडर के उपयोग और सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी गई। सवाल जवाब पूछे गए। सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं के लिये फुगड़ी, बॉलपासिंग, म्यूजिकल राउंड जैसे रोचक खेलों का आयोजन किया गया था। गेमों के बाद छतीसगढ़ी के मज़ेदार सवाल जवाब तथा पारम्परिक जनउला का दौर चला। कुछ लकी प्राइज भी रखे गए थे जैसे किसकी कुर्सी के पीछे लकी लिखा था, किसने एक हाथ मे 12 से अधिक चूड़ियां पहन रखी हैं। किसने बालों में असली फूल सजाए हैं। किसने पर्स में फैमिली फोटो रखा है। किसने पांचों उंगलियों में अलग रंग की पॉलिश लगाई है आदि।
एकल व समूह नृत्य में युवतियों से लेकर उम्रदराज महिलाओं ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। बाहर हो रही झमाझम बारिश जैसे प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन कर रही थी। कार्यक्रम में तीज गीत गायन- सुषमा स्वर्णकार, हास्य प्रहसन- दिलेश्वरी साहू तथा सीमा साहू व मिथिला खिचरिया ने अपनी छतीसगढ़ी कविता सुनाई। एकल नृत्य -त्रिलोकी साहू, वीणा वर्मा, ममता साहू, निर्मला देशमुख तथा समूह नृत्य हेमलता साहू व भोजकुमारी साहू तथा धानेश्वरी साहू के छह सदस्यीय समूह ने प्रस्तुत किया।
फुगड़ी में प्रथम- गंगा मिश्रा द्वितीय- वीणा वर्मा, तृतीय- सुनयनीं स्वर्णकार। बॉलपासिंग में प्रथम-यमला साहू, द्वितीय-पुष्पा डड़सेना,तृतीय-पुष्पलता वर्मा। म्यूजिकल राउंड प्रथम- हेमलता साहू, द्वितीय- अर्चना मिश्रा, तृतीय- पुष्पा साहू। हाउजी में प्रथम- जान्हवी साहू, द्वितीय- हेमलता साहू और सावित्री वर्मा, तृतीय- सुषमा स्वर्णकार और नीलिमा साहू रहीं।
‘कौशल्या माता मंदिर’ कार्यकम के दौरान सचमुच सबका मायका बन गया तथा महिलाएं भाव विभोर हो गईं जब प्रसिद्ध लेखक और अगासदिया परिसर के संस्थापक डॉ.परदेशी राम वर्मा जी की बेटी स्मिता वर्मा सबके स्वागत में सुंदर रंगोली सजाकर तीजहारिनों का अगोरा कर रही थीं और अपने हाथों से बनी ठेठरी खुरमी पपची का कार्यक्रम के दौरान कलेवा परोसा। कौशल्या माता को श्रृंगार औऱ साड़ी भेंट कर संध्या आरती के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।