मुख्यमंत्री एवं जिले के आला अधिकारियों को लिखा पत्र
प्रशासन के पदों पर बैठे अधिकारियों की अनदेखी और उपेक्षा के चलते आज वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे देखा जाये पचमढी तहसील कार्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाता नजर आ रहा है, एक आर.आई.और एक चौकीदार के अलावा कोइ नजर आता नहीं पचमढी रहवासियों को रही परेशानियों को यहा गये आवेदक को यह बोल दिया जाता है भैया.. आजकल सब कुछ आंनलाईन तो है ….. बस फिर क्या मनमानी चरम पर है अधिकारी यहां नदारत है… ऐसा भी नहीं कि जिले के आला अधिकारियों को कुछ नहीं मालूम सबको बस कुछ मालूम होने के बाद आखिरकार मौन रहना ही शायद बेहतर समझते हो….ऐसा भी नहीं आला अधिकारियों का सदैब यहां आना जाना लगा रहता है इसके बाबजूद ….आंखों पर पट्टी आखिर कब तक बांधे रहेगा कहना मुश्किल होगा….जनचर्चा का पचमढी मे यह विषय बना रहता है कि आखिर इतनी संवेदनशील सरकार होने के बाद मनमानी ,अनदेखी और उपेक्षा का शिकार यहां के नागरिक कब तक होते रहेगे…..
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पचमढी ..के निवासी एवं वरिष्ठ लेखक एवं पत्रकार मनोज दुबे ने मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश सरकार सहित जिले के आला अधिकारियों मे कलेक्टर नर्मदापुरम को पत्र लिखकर पचमढी मे स्थित तहसील कार्यालय की स्थिति का अवलोकन कर पत्र लिखा गया है जनचर्चा है कि पचमढी का तहसील कार्यालय मात्र आर.आइ.और स्टाफ मे एक एक चौकीदार पदस्थ है जब भी तहसील कार्यालय मे कोई व्यक्ति वहां जाता है उसे यह कहकर ढाल दिया जाता है कि आजकल सब कुछ आंनलाईन है ….क्या मध्यप्रदेश सरकार को पचमढी की इस व्यवस्था का पता है या जिले मे कलेक्टर होशंगाबाद सहित आला अधिकारियों को इस स्थिति की जानकारी होने के बाबजूद प्रशासन मौन क्यों है….पचमढी निवासी वरिष्ठ पत्रकार मनोज दुबे ने अपने मकान की रजिस्ट्री गुम हो जाने बाबत तहसील कार्यालय पचमढी को एक आवेदन दिया था… लेकिन वाहृ रे प्रशासन और वाहृ री सरकार कितना गुमराह किया गया जिसका जिठ्ठा खुलकर आज सामने आया है…पचमढी स्थित निवास पचमढ़ी जिला नर्मदापुर (मकान की रजिस्ट्री ) —93/674 मकान सर्वे नं. नेहरू मार्ग गांधी चौक पचमढ़ी है , जो कि वह रजिस्ट्री गुम हो जाने के चलते मैने दिनांक_28 / 9 /2022 को (तहसील कार्यालय पचमढ़ी ) मे आवेदन तहसीलदार के नाम प्रदान किया था।
उक्त सबंध मे मैने… (रजिस्ट्री ) निकलवाने हेतु आपकी (सी.एम.हेल्पलाइन) कम्पलेंट नं (C.M.P.l.d no 19438871 ) मे शिकायत भी दर्ज कराई… आवेदन देने के बाद …. मैनै सारी प्रक्रियाएं …तहसीलदार पिपरिया… आर.आई.पचमढ़ी.. एवं जिले के होशंगाबाद नर्मदापुर को अवगत कराई एवं मोबाइल whatsapp पर भी निवेदन के साथ आग्रह किया … तत्पश्चात आज दिनांक तक कोई भी निराकरण गंभीरतापूर्वक नहीं किया मात्र अनदेखी और उपेक्षा के चलते रजिस्ट्री आज तक न तो गंभीरता से पचमढ़ी तहसील कार्यालय मे खोजी गई न ही (सब रजिस्टार पिपरिया)– से कोई भी कर्मचारी ने किसी प्रकार की कोई भी शासकीय तौर पर इस समस्या का निराकरण करने हेतु सार्थक प्रयास ही किया …मात्र इसके लीपापोती कर तहसीलदार द्वारा यह अवगत कराया गया कि पचमढ़ी मे नहीं है हमने कर्मचारी से प्रयास कराया … इस पत्र के माध्यम से यह भी अवगत करा रहा हू ,कि पचमढ़ी स्थित तहसील कार्यालय की आज वर्तमान मे स्थिति यह है कि यहां मात्र एक (आर.आई.)एवं चौकीदार के अतिरिक्त कोई भी कर्मचारी यहा क ई महिनो से नही है …पचमढ़ी निवासियों को कोई कार्य होता भी है तो कह दिया जाता है ….आंनलाईन कर दो आजकल सब कुछ आंनलाईन होता है…इसके बाबजूद सबंधित गरीब ,बेसहारा लोगो को अपने आवेदन लेकर पिपरिया जाना पडता है यदि आप पचमढ़ी तहसील कार्यालय का अवलोकन कराये किसी उच्च अधिकारी से तो सारा वृतांत आप बहुत ही अच्छे से समझ पायेगे कि आखिर यह मध्यप्रदेश की सरकार की नाक के नीचे चल क्या रहा है।….
1__;दिनांक 22/ 9/2022 को उक्त आवेदन तहसीलदार पचमढ़ी के नाम आर.आई.पचमढ़ी को प्रदत्त किया था… जिसमे रजिस्ट्री की एक प्रतिलिपि भी संलग्न थी…और रिसीविंग कापी भी आपको प्रतिलिपि के रुप मे प्रेषित कर रहा हू।
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2__आदरणीय …आपको पुनः स्मरण करा रहा हू , आवेदन प्रदत्त करने के बाद सारी प्रक्रियाएं मैनै पूरी की …इस सबंध मे तहसीलदार पिपरिया… आर.आई.पचमढ़ी .. सी.एम.हेल्पलाइन सहित सभी को फोन पर जानकारी भी ली… यह भी जानकारी ली जो आपको मालूम हो कि पचमढ़ी तहसील कार्यालय मे पूर्व मे पदस्थ एक कर्मचारी जो कि अब वह तहसील पचमढ़ी का न तो कोई स्टाफ मे है , न ही तहसील का निजी कर्मचारी उसने वहां रजिस्ट्री की थोडी छानबीन की उन्होंने मुझे बताया जितना थोडा बहुत बन सका प्रयास किया… उन्होंने ही यह अवगत कराया कि यदि उक्त प्रकरण पिपरिया (सब रजिस्टार ) कार्यालय के किसी अधिकारी से छानबीन कराई जाये तो सबंधित प्रकरण पचमढी तहसील कार्यालय मे मिल सकता है।
सम्माननीय जिलाध्यक्ष नर्मदापुरम को जब यह सारा वृतांत मैने कांल कर अवगत कराया तब उन्होंने मुझे बताया कि आवेदन की प्रति भेजे तब कही यह विश्वास भी हुआ कि हमारे जिले मे ही ऐसे आला अधिकारी आज भी है जो हर सभंव मददगार बन खडे हुये है मे उन्हें धन्यवाद भी देता हू।
उन्होंने अपने पत्र मे एवं कांल कर जब इस सबंध मे अवगत कराया तब जिला कलेक्टर द्वारा आश्वस्त किया उक्त प्रकरण को भेजने हेतु…
समस्या का उक्त निराकरण त्वरित हल कर समाधान कर मुझे आपका सहयोग भी एवं मेरे मकान की रजिस्ट्री को जल्द प्रदान कर मध्यप्रदेश सरकार की विकास यात्रा का प्रतिफल दिलाने मे प्रशासन जागरूकता का परिचय प्रदान करे।