गोरखपुर । दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले गोरखपुर के सर्किट हाउस स्थित एनेक्सी भवन मे नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों और अध्यक्ष के साथ मीटिंग की और कहा कि आप अभी से 2022 विधानसभा चुनाव में लग जाएं सरकार द्वारा किए गए कार्यों को जनता तक पहुंचाएं ।
इसके बाद गोरखपुर के नवनिर्मित प्रेक्षागृह में पहुँचे जहाँ उन्होंने गोरखपुर वासियों के लिए 162 करोड़ रुपए के परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया और उन्होंने कहा की 25 वर्ष पहले गोरखपुर के लोगो के बारे लोग शक की नजर से देखते थे।और उनकी छवि खराब समझते थे।लेकिन आज एक नया गोरखपुर बनकर सामने आया है।
देश के अंदर गोरखपुर के लोग कहि भी जाए आज उन्हें अच्छी निगाहों से देखा जाता हैं आज जो छवि गोरखपुर की निकल कर दुनिया के सामने आई है।वो लोगो के लिए आश्चर्यचकित है।
जो छवि पहले गोरखपुर की थी।वही उत्तर प्रदेश की भी थी।अन्य प्रदेशों के लोग हमे अच्छी निगाहों से नही देखते थे।लेकिन अब बदलाव हुआ है।इस कोरोना महामारी के बीच हमे लोगो की जान भी बचानी है।और उनकी जीविका को भी बचाना है।
इसी प्रदेश में पहले अगर नौकरी निकलती थी।तो एक खानदान के लोग वसूली के लिए निकल जाते है।कोई भर्तियां उनके लिए कमाई का जरिया बन जाता था।लेकिन पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने लाखों लोगों को नौकरी दी।और पूरी पारदर्शिता के साथ कोई कह नही सकता कि किसी के साथ भेदभाव और पैसा लिया गया हो।पहले यहा लूट खसोट हत्याए,दंगे होते थे।लेकिन आज प्रदेश के अपराधी या तो जेल में या उनको सड़क पर ला दिया गया है।पहले अपराधी प्रदेश की जेलों में आराम फरमाते थे।लेकिन आज अपराधियो को जेल का मतलब समझा दिया गया है।आज देवरिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर,बस्ती में मेडिकल कालेज बनाया जा रहा है।चार चार मेडिकल कालेज यहा और खुल रहे है।पहले यहा सड़के गड्डो में तब्दील थी।आज सड़को का हाल आपके सामने है।आज सभी हाइवे पर फोरलेन का जाल बिछा दिया गया है।यहा के धर्म स्थलों की स्थिति की पर्यटन स्थल से कम नही है।हर एक स्तर पर विकास होना चाहिये नौजवानों को नौकरी दिया जा रहा है।और उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नही हुआ है।हर एक व्यक्ति को अपना टेस्ट कराना होगा।सभी को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करना होगा।सभी जरूरत मन्द को निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।कोरोना महामारी में जो भी बच्चा अनाथ हो गया है।उसका पूरा खर्चा केंद्र और राज्य सरकार उठा रही है।सभी अनाथ बच्चों को प्रतिमाह चार हजार रुपये दिए जा रहे है और उनके बड़े होने पर 10 लाख रुपये दिए जाएंगे।हमारी निगरानी समिति गांव गांव घर घर जाकर लोगो मे निःशुल्क दवा का वितरण कर रही है।सरकार लोगो के जीवन और जीविका को बचा रही है।नगरीय क्षेत्रों की जो भी परियोजना होगी उसमें पार्षद का नाम लिखा जाएगा।और ग्रामीण क्षेत्रों की परियोजनाओं में प्रधान का नाम लिखा जाएगा ताकि उनकी सहभागिता बन सके।
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