बरहज ,देवरिया । भलुअनी को नगर पंचायत का दर्जा भलुअनी को मिलने के बाद लोगों में विकास की उम्मीद जगी । लेकिन ईओ के चलते नगर पंचायत भष्ट्राचार की भेंट चढ़ता जा रहा है । ईओं ने लार से एक आउट सोसिंग कम्प्यूटर आपरेटर को बुलाकर सारा विकास की जिम्मेदारी उसके उपर सौप दी थी । आपरेटर ईओ के सह पर कमीशनखोरी का खेल शुरू कर दिया । आफिस में शाम को बैठकर कमीशन का रुपया वसूल कर अपनी व ईओ की हिस्सेदारी तय करते समय किसी ने रुपया गिनने का वीडीओं बना लिया और वायरल कर दिया । आफिस में रुपया गिनने का वीडीओ डीएम तक पहुंच गई । डीएम ने ईओ की क्लास लगाते हुए भ्रष्ट्राचार में संलिप्त लार नगर पंचायत के आउट सोर्सिंग कम्प्यूटरआपरेटर को भलुअनी नगर पंचायत से तत्काल हटाने का निर्देश दिया ।
जानकारी के अनुसार नगर पंचायत बनने के बाद यहाँ ईओ का चार्ज लार के ईओ राजन नाथ को मिला है । वे अपने साथ लार से कम्पयूटर आपरेटर को लेकर आये है और विकास से संबंधित सारी फाइलों की जिम्मेदारी उसे ही सौप दिया था । ईओ के सह पर आपरेटर ठेकेदारों से भुगतान के बाद मोटी कमीशन वसूलता था । ईओ और खुद दोनों मिलकर आपस में कमीशन का पैसा बांटते है । दस दिन पूर्व आपरेटर मानवेंद्र आफिस में शाम को आया और ठेकेदारों को बुलाकर कमीशन का पैसा वसूल कर गिन रहा था । इसी बीच वहाँ मौजूद कुछ सभासदों ने रूपया गिनने का वीडीओ बना लिया । वीडीओ नगर में वायरल हो गया । किसी ने वीडीओ जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह को दिखाकर शिकायत किया तो डीएम ने ईओ को फटकार लगाते हुए कम्पूटर आपरेटर को तत्काल हटाने का निर्देश दिया । ईओ ने डीएम के आदेश पर लार नगर पंचायत आउट सोर्सिंग से हटा दिया है । नगर पंचायत में भष्ट्राचार की जानकारी होने पर नगर पंचायत के अध्यक्ष देवेश कुमार ने ईओ के कारस्तानी पर नाराजगी जताते हुए शासन के मंशा के अनुरूप कार्य करने की हिदायत दी । सभासदों की माने तो ईओ खुद भष्ट्राचार में संलिप्त है । सरकारी मुलाजिम होते हुए भी नगर पंचायत का संचालन ठीक से न करते हुए मनमाने तरीके से कार्य कर रहे है । भलुअनी नगर पंचायत का सारा अभिलेख लार नगर पंचायत में रखे हुए है । इतना ही नही ईओ और आउट सोसिंग आपरेटर दोनों ने मिलकर बिना टेण्डर निकाले ही कई चहेते ठीकेदारों से सप्लाई मंगा रहे थे । इसकी जानकारी चेयर मैन तक को नही है । ईओ ने आउट सोर्सिंग कम्प्यूटर आपरेटर को हटा दिया है । भलुअनी नगर पंचायत मे उक्त कार्यकाल के दौरान भुगतान की जाँच कराई जाय तो भष्ट्राचार का बडा खुलासा हो सकता है ।