भागलपुर/ देवरिया। डीएम देवरिया अखण्ड प्रताप सिंह ने तट बांधो का किया निरीक्षण । उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कटानरोधी कार्यो को तत्परता व गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए। तटबंधों पर पैनी नजर रखी जाए। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा शिथिलता नही बरते आगाह भी किया। जिलाधिकारी ने सबसे भागलपुर के निकट छित्तुपुर तटबंध के संवेदनशील स्थल पर हुए कटानरोधी कार्य के तहत निर्मित दो स्पर के निर्माण कार्यो को देखा। उपस्थित ग्राम वासी द्वारा भागलपुर कस्बे को भविष्य में कटान से बचाये जाने हेतु और ठोकर बनाये जाने की आवश्यकता बतायी। इस पर उन्होंने अधिशासी अभियंता बाढ एन के जाडिया को आवश्यक कार्यवाही किये जाने को कहा।इसके उपरान्त डीएम ग्राम चुरिया में निर्माणाधीन कटानरोधी 7.70 करोड लागत की परियोजना के कार्य प्रगति का जायजा लेने पहुॅचें। इस स्थल पर ग्राम चुरिया को कटान से बचाये जाने हेतु 06 कटर बनाये गये थे तथा किनारे के उच्चीकरण का कार्य प्रगति पर पाया गया। ग्रामवासियों द्वारा बताया गया कि नदी के उस पार लगभग 10 हजार एकड में गेहूॅ की खेती होती है। किसानों को नदी को पार कर गेहूॅ की कटाई आदि करने में काफी दिक्कत होती है। पीपा पुल बन जाये तो काफी सुविधा होगी।
इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता बाढ को आवश्यक कार्यवाही किये जाने के निर्देश के साथ ही ग्रामवासियों को पीपा पुल के लिए आश्वस्त किया। चुरिया टोला में जल निकासी हेतु नाले की समस्या उपस्थित लोगो द्वारा लायी गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी समस्या है, लिखित दें, उसका हर सम्भव समाधान कराया जायेगा।डीएम ने अधिशासी अभियंता बाढ को निर्देश देते हुए कहा कि सभी कार्य स्थलों सहित वहां अन्य कार्य आवश्यकताओं का फोटोग्राफ प्राथमिक स्तर से ही रखें और प्रस्तुतीकरण भी तैयार रखें, ताकि उच्च स्तर पर होने वाली समीक्षा में उसका प्रस्तुतीकरण कराते हुए आवश्यकताओं के अनुरुप कार्यो के लिए पहल की जा सके व बंधों की सुरक्षा के दृष्टिगत ऑयल प्लान्ट लगाये जाने पर जोर देते हुए कहा कि किसानो के माध्यम से तटबंधों के स्लॉप पर लेमनग्रास, पॉमरोसा तथा सिट्रानेला जैसे वृक्षों को लगाया जाए। इनसे निकलने वाले तेल की वैश्विक मांग बहुत अधिक है, जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। ये वृक्ष अपनी विशिष्टताओं के चलते तटबंधों को मजबूती प्रदान करेंगे। ये वृक्ष बहुत अच्छे कटान रोधक होते हैं।
उन्होंने अधिशासी अभियंता बाढ़ एनके जाडिया को मुख्य विकास अधिकारी के साथ उद्यान विभाग एवं कृषि विभाग को लेकर इस संबंध में बैठक कर कार्य योजना बनाये जाने तथा उस पर पहल किये जाने का निर्देश दिया। अधिशासी अभियंता बाढ ने बताया कि सभी बाढ कार्य परियोजनाओं की 15-15 दिन पर ड्रोन से कार्य प्रगतियों की फोटोग्राफी करायी जाती है।इस दौरान उप जिलाधिकारी सलेमपुर ध्रुव कुमार शुक्ला, बरहज योगेश कुमार व अन्य संबंधित बाढ विभाग के अभियंता, थानाध्यक्ष लार नवीन कुमार चौधरी,सुरेंद्र सिंह सहित आदि लोग उपस्थित रहे।