बरहज देवरिया
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अनेक उपाय किए जा रहे हैं आधिकारिक उदासीनता के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी विद्युत व्यवस्था लाचार हो गया है लोगों का कहना है सरकार के तरफ से किराशन तेल बरसों पहले बंद कर दिया गया हैं दिन में तो विद्युत व्यवस्था न होने पर बगीचे में जैसे तैसे दिन कट जाता है लेकिन संध्या होते ही विद्युत लाइट आंख में मिचौली खेलता शुरू कर देती है जिसका मुख्य कारण है की कटिया कनेक्शन धारकों से विद्युत उपभोक्ता परेशान हो चले हैं लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी कान में उंगली डालें बैठे हुए हैं.
सरकार की तरफ से अधिकारी और कर्मचारियों को लोगों की सेवा करने का वेतन दिया जाता है और उसके लिए ही उन्हें पद पर आसीन किया जाता है लेकिन अगर बरहज,तेलिया, सलेमपुर, आदि विद्युत घरों की बात की जाए तो यहां पर सिर्फ विद्युत विभाग के अधिकारी केवल सरकार से वेतन पाने के लिए और छोटे-मोटे दफ्तर में काम करने के लिए बैठे हुए हैं यहां तक की गांव के सर्किल लाइनमैन भी किसी गांव में पेट्रोलिंग करने नहीं आते जिसका खामियाजा विद्युत विभाग कि उपभोक्ताओं को सहन करना पड़ता है उपभोक्ताओं के घरों में समय से विद्युत नहीं रहती है.
जिससे उनके घरों में रोशनी हो सके लोगों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों के सरकारी नंबर पर बार-बार सूचना देने के बाद विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते और न ही गांव में विद्युत कर्मी कभी समय से नहीं पहुंचते यही नहीं गांव के लोगों का आरोप है कि जिनके घर में विद्युत कनेक्शन है भी वह भी क्षमता से अधिक विद्युत का उपयोग कर रहे हैं लेकिन अधिकारी सिर्फ कुछ घरों को ही निशाना बनाते हैं और बड़े घरों का चेकिंग नहीं करते यदि गांव में भी विद्युत मीटर लोगों के घरों में लगा दिया जाता और विभाग के कर्मचारी समय से अपनी जिम्मेदारियां के साथ काम करते तो आज लोगों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़ता।