देवरिया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य विजय कुमार मिश्र ने बताया है कि मत्स्य विभाग द्वारा सघन मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम की स्थापना नामक नवीन योजना प्रारम्भ की गयी है। योजना के अन्तर्गत मत्स्य बीज हैचरी संचालित करने वाले हैचरी स्वामी, निजी क्षेत्र एवं पट्टे पर आवंटित तालाब की महिला मत्स्य पालक जिनके तालाब की पट्टा अवधि कम से कम 5 वर्ष अवशेष हो, पात्र होंगे। परियोजनान्तर्गत 0.50 हे0 के तालाब में 2 हार्सपावर के एक क्वाड पैडिल व्हील एरियेटर एवं 1.00 हे० या उससे बड़े तालाब हेतु अधिकतम दो एरियेटर पर, महिला मत्स्य पालक जिनके तालाब की वर्तमान मत्स्य उत्पादकता कम से कम 4-5 टन प्रति हे० हो की उत्पादकता में वृद्धि हेतु अनुदान दिया जायेगा। योजना पूर्णतः महिला मत्स्य पलकों के लिए संचालित की गई है। उक्त योजना में विभागीय वेबसाइट http://fisheries-up-gov-in पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना होगा। ऑनलाइन आवेदन 19 अगस्त 2024 तक किए जा सकेगें। योजना में तालाबों के ऐसे सभी पट्टाधारक आवेदन कर सकते हैं जिनके पट्टे की अवधि में न्यूनतम 5 वर्ष अवशेष हो।
योजना हेतु आवेदक को इकाई लागत ₹0.75 लाख प्रति यूनिट पर सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं हेतु 50 प्रतिशत अनुदान तथा अनुसूचित जाति की महिलाओं हेतु 60 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। योजनान्तर्गत अन्य विवरण, इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले अभिलेख व विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट http://fisheries- up-gov-in पर देखा जा सकता है।बीयोजना के सम्बन्ध में विकास भवन परिसर में स्थित मत्स्य विभाग के कार्यालय से भी किसी कार्य दिवस में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।