कपरवार। कपरवार गांव स्थित सरयू और राप्ती के संगम तट पर नदी बेतहासा कटान कर रही है।इससे नये बंधे पर खतरा बढ़ गया है। रविवार को
बाढ़ खंड विभाग नए बांध को बचाने के लिए मरम्मत कार्य कर रहा है हालांकि कटान क्षेत्र मैं कराया जा रहा कार्य ना के बराबर साबित हो रहा है शनिवार की रात मिट्टी भरी करीब 40 बाइक की बोरियां नदी के तेज बहाव में बह गई कटान को लेकर तटवर्ती गांव के लोगों की मुश्किलें बढ़ गए हैं आपको बता दें कि कपरवार संगम से कटईलवा तक गांव को बचाने के लिए करीब 59 करोड़ की लागत से नए बांध का निर्माण कराया गया है.
इससे लोगों की सुरक्षा की उम्मीद जगी थी लेकिन अचानक नदी ने करवट अली और कटान तेज होने के कारण लोगों की सांसे अटकी हुई है नजर आया है कि नदी के दक्षिण तरफ करीब 200 मीटर तक सील तोड़ते हुए बंदे की ओर रुख कर लिया है। हालाकि अधिकारी नए बांध पर कटान रोधी व्यवस्था करने में लगे हुए बांध पर मिट्टी जी गिराए जाने के साथ जियो बैग में मिटटी भरी बोरियां नदी में डाली जा रही हैं। “बाढ़ खंड के सहायक अभियंता अशोक द्विवेदी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 2 जगहों पर नदी कटान कर रही थी जिओ बैग आज के जरिए उसको रोकने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
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हालांकि नदी ने पिछले 24 घंटे में अपना रुख बदला है, इससे अच्छे संकेत मिल रहे हैं कटान क्षेत्र पर कार्य तेज कर दिया गया है।” लेकिन नदी मे फिर भी कटान जारी है नदी संगम तट पर अपना रुख बदलते हुए बंदे में सेट कर बहने लगी है तेज बहाव होने के कारण गंगा यादव की खेत के पश्चिमी और दक्षिणी छोर पर नदी करीब 200 मीटर पूरब की ओर बेतहाशा कटान कर रही है पिछले 4 दिनों में यदि जगह-जगह करीब 5 से 7 मीटर विभाग को अपने आगोश में ले चुकी है। स्थानीय लोगों के अनुसार कटान तेज को रोकने के लिए मिट्टी से भरी जिओ बैग के साथ पा को पानी लगाया गया है लेकिन पिछले दिनों नदी में करीब 50 मीटर लंबाई में लगा एक लेयर पार्क उपाय अपनी आगोश में ले ली है नदी में हो रहे कटान को लेकर कपरवार टोला कुबाईच, मठिया, नौकाटोला आदि गांवो के ग्रामीणों का कहना है कि हो रहे कटान से पूर्व की यादें ताजा हो रही है।