डीएफओ ने टाइगर रिजर्व में वन्य जीव संरक्षण व स्वछता की अपील
रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में वन मंडलाधिकारी महेंद्र सिंह ऊइके के निर्देशन में एसडीओ रेखा पटेल एवं रेंजर आश्रय उपाध्याय की मार्गदर्शन में वन प्राणियों के संरक्षण एवं सुरक्षा हेतु जागरूकता अभियान रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के दानीताल रेस्ट हाउस में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शासकीय महाविद्यालय जबेरा की छात्र-छात्रा एवं व्याख्याता सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के वनमंडलाधिकारी महेंद्र सिंह उईके ने टाइगर रिजर्व में जानकारी देते हुए बताया पर्यावरण को संरक्षित करने, प्रदूषण कम करने, वन प्राणियों का संरक्षण करने व उनकी सुरक्षा करने के लिए छात्र छात्राओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा टाइगर एवं गिद्धों का प्रदूषण को कम करने में बड़ा योगदान है। एसडीओ रेखा पटेल बताया पौधा लगाकर हम वायु प्रदूषण कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा हमें अपने जन्मदिन के अवसर पर एक पौधा लगाना चाहिए, उसे संरक्षित करना चाहिए और लोगो को प्रेरित करना चाहिए, इस प्रकार हम ग्लोबल वार्मिंग को कम कर सकते हैं। इस अवसर पर औषधि पौधों की भी जानकारी दी।
कायाकल्प अभियान की टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
रेंजर आश्रय उपाध्याय ने बताया कि आज पॉलिथीन डिस्पोजल का उपयोग बढ़ रहा है, वन विभाग की वन समितियां द्वारा ग्राम कलूमर में दोना पत्तल उद्योग लगाया गया, जिसमें जंगली पलास के पत्तों से ये बनाया जाता है।
कार्यक्रम उपरांत डीएफओ महेंद्र ऊईके, एसडीओ रेखा पटेल, रेंजर आश्रय उपाध्याय ने जंगल में पॉलिथीन कचरे को एकत्रित कर समाप्त किया, जिससे कि जंगल सुरक्षित रहे। आमजन से अपील की गई कि बंदरों को सड़क पर खाना ना डालें, जिससे वह सड़क दुर्घटना के शिकार होने से बच सके। उन्होंने जंगल को प्रदूषण मुक्त बनाने की अपील की। कार्यक्रम में प्राचार्या श्रीमती डॉ ऋतु श्रीवास्तव सहित कॉलेज स्टाफ एवं वन विभाग के कर्मचारी एवं वह बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन रेंजर आश्रय उपाध्याय द्वारा किया गया।