kandivali Station
मुंबई, कांदिवली पूर्व। कांदिवली स्टेशन (पूर्व) से लेकर हनुमान नगर, शंकर मंदिर रिक्शा स्टैंड और महिंद्रा येलो गेट तक शाम के समय ऑटो रिक्शा सेवा की भारी कमी ने नागरिकों की परेशानियों को चरम पर पहुंचा दिया है। खास तौर पर नौकरी से लौटने वाले कर्मचारी, छात्र-छात्राएँ, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, शाम होते ही ऑटो रिक्शा चालकों का रुख पूरी तरह बदल जाता है। वे न केवल तय रूट पर जाने से मना कर देते हैं, बल्कि यात्रियों से मनमाना किराया भी वसूलते हैं। कई बार तो वे सीधे तौर पर यह कह देते हैं – “वह रूट नहीं जाएंगे”, जिससे लोगों को सार्वजनिक परिवहन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
परिस्थिति यहीं तक सीमित नहीं है। कांदिवली स्टेशन से महिंद्रा येलो गेट तक के मार्ग पर रोज़ाना शाम के समय भारी ट्रैफिक रहता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति या निगरानी ना के बराबर होती है। इतना ही नहीं, कुछ स्थानीय नागरिकों और ऑटो चालकों ने ट्रैफिक कर्मियों पर अवैध वसूली के भी आरोप लगाए हैं।
इन तमाम समस्याओं को देखते हुए हनुमान नगरचा विकास हाच आमचा ध्यास ग्रुप ने आवाज उठाई है। ग्रुप ने मांग की है कि कांदिवली स्टेशन (पूर्व) से लेकर महिंद्रा येलो गेट और शंकर मंदिर रिक्शा स्टैंड तक के लिए एक नियंत्रित शेयर ऑटो सेवा प्रणाली लागू की जाए, ताकि यात्रियों को तय रूट पर उचित किराए में ऑटो उपलब्ध हो सके। आपको बताते चलें की तीन पहले ही महिंद्रा येलो गेट के 15 रूपये और शंकर मंदिर (अंदर) के 20 रूपये किराया तय किया गया है…
हनुमान नगरचा विकास हाच आमचा ध्यास ग्रुप ने इस बाबत संबंधित ट्रैफिक विभाग और परिवहन अधिकारियों को पत्र देने का निर्णय लिया है। उनकी मांग है कि –
शाम के समय निर्धारित रूट पर चालकों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
महिंद्रा गेट और शंकर मंदिर रिक्शा स्टैंड के लिए अलग से लाइन बने
अवैध रिक्शा संचालन पर सख्त कार्रवाई की जाए।
नियम क्या कहते हैं?
बृहन्मुंबई परिवहन प्राधिकरण के अनुसार:
प्रत्येक ऑटो चालक के पास लाइसेंस, ड्राइवर बैच, यूनिफॉर्म और परमिट होना अनिवार्य है।
मीटर से किराया वसूलना या तय राशि लेना बाध्यकारी है।
सवारी को मना करना कानूनन अपराध है।
यह मामला केवल परिवहन का नहीं, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की जवाबदेही का भी है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या आने वाले समय में और गंभीर रूप ले सकती है। ‘हक़ की हुंकार फाउंडेशन” ने माँग की है कि इस मामले में स्थानीय विधायक अतुल भातखालकर अपनी दखल दें ; साथ ही ट्राफिक पुलिस शाम के समय कांदिवली स्टेशन पर किसी यातायात पुलिस की तैनाती करे. जिससे स्थानीय लोगों को हो रही समस्या का जल्द से जल्द समाधान मिल सके.