मंदसौर। मौलिक अधिकार जीवन की मूलभूत सुविधाओं को दिलाने का साधन है। मनुष्य जन्म के साथ ही मानव अधिकार का हितग्राही होता है चाहे कोई मानव किसी भी जाति धर्म भाषा लिंग रंग का क्यो नही हो सबको समान रूप से जीवन जीने, विचार व्यक्त करने का अधिकार है। उक्त विचार व्यक्त करते हुए प्रहलाद शर्मा सामाजिक कार्यकर्ता गरिमा रूरल डेवलपमेंट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने प्रेस नोट में बताया कि मानव अधिकार के प्रति जागरूक करने की जरूरत है १० दिसंबर को प्रतिवर्ष मानव अधिकार दिवस कार्यक्रम से लाभ संभव नहीं है ये गतिविधि सतत् होनी चाहिए।
इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से गाव भालोट से ग्रामीण जनो के साथ मिलकर नुक्कड़ चर्चा की। युवाओं के अधिकार, महिलाओं के अधिकार, मज़दूरों के अधिकार, बच्चो के अधिकार, समाज के कमजोर वर्ग के अधिकार के लिए जनजागृति की आवश्यकता है। इस हेतु मानव अधिकार जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया। जो ग्राम पंचायत, विद्यालय, आंगनवाड़ी, ग्राम चौपाल पर बैठक, रैली, स्लोगन निबंध चित्रकला के साथ सहभागिता से किया जावेगा। मानव अधिकार जागरूकता के लिए संकल्पित होकर पेम्प्लेट्स वितरण किए जाएंगे।