संवाददाता राकेश शर्मा के साथ आदित्य शर्मा बड़वानी
Anchor introduction बड़वानी। एक हाथ से दिव्यांग भगवती यादव आशा कार्यकर्ता के पति ने उसे कई साल पहले छोड़ दिया और तब उसका बेटा छह साल का था, तब पति ने तलाक दे दिया इसके बाद सिलाई शुरू की साल 2006 में गांव में आशा की नियुक्ति हुई भगवती ने बताया में आशा कार्यकर्ता नियुक्त हो गई पहले मंगलवार, शुक्रवार को टीकाकरण कराने जाती थी बाद में काम बढ़ता गया डिलीवरी कराने से लेकर गर्भावस्था की जांच कराने और बच्चों का वजन करना मां की केयर, बच्चे की देखभाल करना, सिखाने और हेल्थ एजुकेशन देने का काम करने लगी जन्म से लेकर 10 साल तक का बच्चा होने तक मां और परिवार के लगातार संपर्क में रहती हूं बेटा बड़ा हो गया है उसने 12वीं की परीक्षा पास कर ली है पहले ज्यादा जनसंख्या के लिए आशा कार्य करती थी अब एक ओर की नियुक्ति होने पर कम जनसंख्या के लिए काम करती है पर काम को शिद्दत के साथ पूरा करती है,बड़वानी के राजपुर ब्लॉक के सनगांव की आशा कार्यकर्ता भगवती यादव का चयन WHO ने किया है जिसकी जानकारी 2 दिन पहले उसे फोन पर भोपाल से मिली जिससे वो काफी हर्षित है आगे चलकर भगवती ओर अच्छा काम कर अपना ओर विभाग का नाम कर लोगो की सेवा करना चाहती हैं।
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