Updated: 18/04/2025 at 7:57 PM

मुंबई : महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शिवसेना यूबीटी के दौरान नाशिक की रैली में AI स्पीच का उपयोग करने पर शिंदे गुट ने बड़ा हमला किया है । शुक्रवार को पार्टी के नेता और संजय निरुपम ने कहा की यूबीटी (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की पार्टी बनावटी है। जिसने सत्ता के लिए बालासाहेब ठाकरे ने विचारों से दूरी बना ली है और हिंदुत्व को त्याग दिया है। संजय निरुपम ने कहा की (उभाठा ) समूह के लोगों ने आर्टीफिशियल इंटेलिजेंट का इस्तेमाल करके बालासाहेब ठाकरे का भाषण दिखाया है। लेकिन रियल में यूबीटी गुट कृत्रिम बन गया है।
कुर्सी के लिए कर लिया सौदा
संजय निरुपम ने कहा की उद्धव ठाकरे ने सत्ता के लिए हिंदुत्व को त्याग दिया है। निरुपम ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि वह कभी भी कांग्रेस के साथ नही जाएंगे। अगर वह जाएंगे तो शिवसेना की दुकान बंद कर देंगे। लेकिन उभाठा ने कुर्सी के लिए कांग्रेस से सौदा कर लिया है, बालासाहेब के विचार से भट गए हैं। आप लोगो को बालासाहेब के भाषणों को दिखाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करना पड़ रहा है। संजय निरुपम ने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का विरोध करने वाले यूबीटी पश्चिम बंगाल में हिंदुओ पर अत्याचार करने वालों के साथ है। यह सब के कारण ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर रहे है।यह भी पढ़े –Balasaheb Thakckeray AI Speechमहाराष्ट्र ने खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए किसने बदला अंदाज
सुप्रीम कोर्ट ने नहींलगाई है रोक
संजय निरुपम ने कहा की ये गलत है अदालत ने वक्फ बोर्ड अधिनियम पर रोक लगा दी है सर्वोच्च न्यायालय वक्फ बोर्ड संशोधन अधिनियम को चुनौती देने वाले लोगों पर सुनवाई कर रहा है। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अन्य धर्मों के लोग भी मंदिर ट्रस्ट के सदस्य होगे। वक्फ बोर्ड और मंदिर का कोई संबंध नही है। संजय निरुपम ने कहा की वक्फ बोर्ड एक गैर धार्मिक का संगठन है। जबकि मंदिर एक धार्मिक संगठन है। केवल हिन्दू सदस्य है। सरकार का वक्फ बोर्ड अधिनियम के मुताबिक वक्फ बोर्ड की भूमि अधिग्रहित करने का कोई इरादा नही है। वक्फ एक गैर धार्मिक संस्था है। और इसे केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा घोषित किया जाता है। इसीलिए संजय निरुपम ने भरोसा जताया की सुप्रीम कोर्ट ने सही फैसला किया है।संजय निरुपम ने हिंदी मराठी पर बोले
भाषा को लेकर उनहोंने कहा कि मराठी बच्चो को मराठी, हिंदी, और अंग्रेजी में कुशल बनाएगी। इसीलिए संजय निरुपम ने आलोचना करते हुए कहा की जो लोग अंग्रेजी का प्रयोग पर आपत्ति नहीं करते, और हिंदी पर आपत्ति कर रहे है। यह एक राजनीतिक दिखावा है..First Published on: 18/04/2025 at 7:19 PM
विषय
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए, हमें फेसबुक पर लाइक करें या हमें ट्विटर पर फॉलो करें। TheFaceofIndia.com में महाराष्ट्र सम्बंधित सुचना और पढ़े |
कमेंट करे
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments