CCI Investigation on Zomato and Swiggy
अंकिता पाठक – THE FACE OF INDIA
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग अर्थात् (Comeptition Commission Of India) जोमैटो तथा स्विगी के खिलाफ पूछ-ताछ के आदेश दिए हैं। देरी से पेमेंट तथा अनुचित कीमत पर खाना बेचना जांच की दो प्रमुख वजह है।
CCI Investigation on Zomato and Swiggy:
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग अर्थात् (Comeptition Commission Of India) ने देश की दो बड़ी ऑनलाइन फूड डिलिवरी चेन जोमैटो तथा स्विगी के खिलाफ पूछ-ताछ के आदेश दिए हैं। पूछ-ताछ के पीछे कई वजह हैं जिनमें देरी से पेमेंट करना तथा अनुचित कीमत भी शामिल हैं। इसके अलावा जोमैटो तथा स्विगी के काम करने का तरीका भी सवालों के घेरे में है जिसकी गहन पूछताछ की जाएगी।
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने पिछले साल जुलाई में ही स्विगी तथा जोमैटो के खिलाफ भारतीय स्पर्धा आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने कहा था कि पहली नजर में दोनों के बीच हिटों के टकराव की स्थिति दिखाई देती है। सीसीआई ने पूछ-ताछ को लेकर कहा है कि जोमैटो तथा स्विगी दोनों ही देश की बड़ी फूड डिलिवरी चेन है जो कस्टमर तथा रेस्टोरेंट के बीच प्लेटफॉर्म का काम करती है। दोनों कंपनियां बाजार पर मजबूत पकड़ रखती हैं इसलिए ये उल्टा असर डाल सकती हैं तथा कामकाज के बराबरी के अवसर को प्रभावित कर सकती है।
आयोग ने कहा कि शुरूआती पूछ-ताछ में पता चला है कि दोनों कंपनियां उन रेस्टोरेंट को अधिक प्रमुखता देती है जहां उनकी अथवा तो हिस्सेदारी है अथवा फिर भागीदारी है। सीसीआई ने कहा कि इस तरह की चीजें बाजार स्पर्धा को प्रभावित कर सकती है जिसका बहुत गलत असर भी होगा। जोमैटो तथा स्विगी के समझौतों में मूल्य समानता उपनियम शामिल है जिसके मुताबिक जो रेस्टोरेंट कंपनी के पार्टनर हैं वो खुद अथवा किसी दूसरे चैनल के जरिए ज्यादा छूट अथवा कम कीमत पर खाना नहीं बेच सकते। ये सरासर बाजार स्पर्धा के खिलाफ है।
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