वैभवी पाठारे – The face of India
आजकल तेंदुओं का खौफ गांव में तो बढ़ ही रहा है लेकिन उसी के साथ शहरी इलाकों में भी तेंदुए घुस आते है। यह जान के लिए बहुत ही खतरा हो जाता है। गावों में तेंदुए अक्सर खुले दिखे जाते है, उनके डर से गांव के रहिवासी घर में कैद रहते है, लेकिन उन्हें अपने काम काज के लिए बाहर जाना ही पड़ता है और उसी बीच अगर तेंदुआ जैसा खतरनाक जानवर खुले में दिख जाए तो इंसान का बचना बहुत मुश्किल है। जानिए चंद्रपुर की यह घटना।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के दुर्गापुर इलाके में तेंदुए ने आठ साल के एक बच्चे की हत्या कर दी। यह जानकारी वन विभाग के अधिकारी ने दी। अधिकारी ने कहा कि बच्चे की पहचान प्रतीक बावने के रूप में हुई है जो अपने दादा की मृत्यु के बाद दुर्गापुर में अपनी दादी के घर आया था।
अधिकारी ने कहा कि लड़का, जिसके माता-पिता जिले के भद्रावती कस्बे में रहते हैं, घर के बाहर खेल रहा था, तभी पास की झाड़ियों से अचानक एक तेंदुआ दिखाई दिया, उस पर झपट पड़ा और बुधवार शाम को उसे खींच ले गया।
जैसे ही वह बच्चा की चिल्लाने की आवाज आई, पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने उसकी तलाश शुरू कर दी और तुरंत वन विभाग को सूचित किया गया। बावने का शव बाद में घर से 500 मीटर की दूरी पर मिला।
गुस्से में नागरिकों ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और इसके कारण स्थिति तनाव भरी हो गई थी।
गुरुवार को स्थानीय राकांपा नेता नितिन भातरकर ने तेंदुए के हमले की जगह के पास स्थित वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) कार्यालय में हंगामा किया और इलाके में झाड़ियों को साफ करने की मांग की।
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