Chittorgarh News in Hindi
(बंशीलाल धाकड़ राजपुरा)
चित्तौड़गढ़। दिनांक 27 नवंबर 2021 को राजस्थान मध्य प्रदेश के अफीम खेती से जुड़े 160000 सभी वंचित और पात्र किसान भाइयों प्रतिनिधियों सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 25 अक्टूबर से चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्री पर चल रहे धरने पर 29 नवंबर 2021 को अधिक से अधिक संख्या में किसान भाई पहुंचे जिससे प्रधानमंत्री महोदय को अफीम खेती से जुड़े किसानों की समस्या का 5 सूत्री ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से दिया जा सके और नारकोटिक्स की जमीनी हकीकत भारत सरकार तक पहुंचाई जा सके।
किसान भाइयों 24 नवम्बर 2013 को स्वयं प्रधानमंत्री महोदय ने धरने पर बैठे किसानों को परंपरागत अफीम खेती के अफीम पट्टे बहाली का आश्वासन दिया था वह सभी परंपरागत अफीम खेती के अफीम पट्टे बहाली के लिए आप अपने अपने साधनों से चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्री पर अपने परिवार का एक सदस्य अवश्य भेजें।
जिससे किसान की रोजी-रोटी देश को आर्थिक आजादी के साथ- साथ देश को विदेशी मुद्रा देने वाला एकमात्र औषधीय उत्पाद परंपरागत अफीम खेती को बचाया जा सके। वही रामलाल नरबदिया, हरि सिंह चुंडावत, भेरूलाल जटिया, उदयलाल भील, रूपलाल धाकड़, प्रकाश जाट नारिया, रोशनलाल शर्मा नाल सहित किसानों ने गांव- गांव में सोशल मीडिया के थ्रू प्रचार- प्रसार भी करने का आह्वान किया और लोकतंत्र का चौथा पाया मीडिया डूंगला, बड़ीसादड़ी, चित्तौड़गढ़ व नीमच के सभी पत्रकार भाइयों ने किसानों के दर्द को सरकार तक पहुंचाया निश्चित रूप से किसान की पांच सूत्री मांग 100% जायज है किसान भाइयों अपने अपने साधनों से अपना अपना अमूल्य कीमती समय निकालकर चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्री पहुंचे अपना- अपना अफीम पट्टा नहीं बचा कर के हम परंपरागत अफीम खेती को बचा सके। उक्त जानकारी मांगीलाल मेघवाल बिलोट द्वारा दीगई।
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