Udaipur City in Rajasthan
उदयपुर। प्रसार शिक्षा निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा पाँच दिवसीय कृषक महिला प्रशिक्षण उद्यान आधारित “समन्वित कृषि प्रणाली विषय पर दिनांक 22 नवम्बर से आज 26 नवम्बर, 2021 तक आयोजित हुआ उक्त प्रशिक्षण कृषि विभाग आत्मा, बांसवाड़ा द्वारा प्रायोजित था जिसमें बांसवाड़ा जिले के विभिन्न गाँवों से 30 कृषक महिलाओं ने भाग लिया।
इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण में विश्वविद्यालय के विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा कृषि विषयों पर तकनीकी जानकारी दी गयी एवं प्रायोगिक तौर पर प्रशिक्षणार्थियों को सब्जियों एवं फलों के मूल्य संवर्धन हेतु अचार, मुख्या, चटनी, शर्बत इत्यादि बनाना सिखाया गया। साथ प्रशिक्षणार्थियों को विश्वविद्यालय की विभिन्न संजीव इकाईयों जैसे जैविक इकाई, पॉली हाऊस, मुर्गीपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन आदि इकाईयों पर भ्रमण कराया गया तथा तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण के समापन समारोह में डॉ. आर. ए. कौशिक, निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षणार्थियों को समन्वित कृषि प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए। बताया कि समन्वित कृषि में सीताफल के बगीचे लगाकर आप सीताफल के गुदा विभिन्न मूल्य संवर्धन जैसे आईस्क्रीम, मिठाई आदि हेतु विक्रय कर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सकते है। उक्त प्रशिक्षण के समापन के दौरान प्रशिक्षणार्थियों से प्रशनोत्तरी की गयी जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय को पुरस्कार एवं सभी प्रतिभागीयों को सांत्वना पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरण कर प्रोत्साहन दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के पश्चात् निर्देशक प्रसार शिक्षा निदेशालय की उपस्थिति में संविधान दिवस का भी आयोजन किया गया जिसमें संविधान दिवस पर निदेशक महोदय ने अपने उद्बोधन द्वारा प्रतिभागीयों एवं निदेशालय के कर्मचारियों को देश संविधान के प्रति प्रेरित किया साथ ही शपथ दिलाई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. लतिका व्यास, प्रोफेसर ने किया तथा धन्यवाद डॉ रतन लाल सोलंकी, वैज्ञानिक प्रसार शिक्षा निदेशालय ने दिया।
रिपोर्ट- रामसिंह मीणा बड़ी सादड़ी
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