Updated: 27/11/2023 at 4:57 PM
मडियाहू, जौनपुर। तहसील क्षेत्र के ग्राम औरा में इस कलि काल में भगवान परमात्मा परमेश्वर का नाम ही बेड़ा पार कर सकता है राम के नाम में जो पावर है उसे स्वयं राम नहीं बता सकते हैं नाम की महिमा बहुत बड़ी है राम का नाम ही भवसागर से पार कर सकता है उक्त बातें प्रयागराज के कथावाचक जयप्रकाश मिश्र ने राम कथा के अंतिम दिन विकासखंड मडियाहू के ग्राम गौरा में राहिला वीर के प्रांगण में श्रद्धालु भक्तों को राम कथा सुनाते हुए कहा।
इन्होंने कहा कि रामचरितमानस के पांचवें भाग में गोस्वामी जी ने सुंदरकांड को दोहा नहीं बल्कि चौपाई से शुरूआत किया जबकि सारे कांड के प्रारंभ दोहे से हैं। चौपाई में प्रवाह होता है मानव शरीर भी पांच तत्व क्षित जल पावक गगन समीर से बना हुआ है शब्द गंध स्पर्श रूप रस भी मनुष्य में होता है इसीलिए पांचवें कांड में गोस्वामी जी ने सुंदर कांड की रचना किया है। अपने कथा के दौरान व्याख्या करते हुए बताया की सुंदरकांड के आधे भाग में हनुमान जी को माता जानकी के दर्शन हुए और आधे कांड में विभीषण को भगवान राम के दर्शन हुए इसलिए इस कांड का नाम सुंदरकांड रखा गया है ।
अन्य कई कारणो से भी सुंदरकांड अति सुंदर है। इन्होंने संक्षेप में अपने कथा के दौरान राम हनुमान मिलन लंका दहन हनुमान रावण संवाद आज कथाओं को बहुत ही रोचक ढंग से श्रोताओं के सामने प्रस्तुतीकरण किया श्रोताओं को राम रस में भिगो दिया। उनके भजन कीर्तन भी बीच-बीच में सुनकर के श्रोता राम रस में डूब गए। आपने सुबह शाम राम नाम के स्मरण पर बल दिया कथा का 9 दिन का आयोजन शिव साई सेवा ट्रस्ट के गुलाब चौहान उमानाथ चौहान राधेश्याम उपाध्याय अवधेश मिश्रा दीपक चौहान लाल मिश्रा आदिलोग कथा की व्यवस्था में लग रहे। और समस्त श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया और आरती के पश्चात प्रसाद भी वितरण किया गया।
इन्होंने कहा कि रामचरितमानस के पांचवें भाग में गोस्वामी जी ने सुंदरकांड को दोहा नहीं बल्कि चौपाई से शुरूआत किया जबकि सारे कांड के प्रारंभ दोहे से हैं। चौपाई में प्रवाह होता है मानव शरीर भी पांच तत्व क्षित जल पावक गगन समीर से बना हुआ है शब्द गंध स्पर्श रूप रस भी मनुष्य में होता है इसीलिए पांचवें कांड में गोस्वामी जी ने सुंदर कांड की रचना किया है। अपने कथा के दौरान व्याख्या करते हुए बताया की सुंदरकांड के आधे भाग में हनुमान जी को माता जानकी के दर्शन हुए और आधे कांड में विभीषण को भगवान राम के दर्शन हुए इसलिए इस कांड का नाम सुंदरकांड रखा गया है ।
अन्य कई कारणो से भी सुंदरकांड अति सुंदर है। इन्होंने संक्षेप में अपने कथा के दौरान राम हनुमान मिलन लंका दहन हनुमान रावण संवाद आज कथाओं को बहुत ही रोचक ढंग से श्रोताओं के सामने प्रस्तुतीकरण किया श्रोताओं को राम रस में भिगो दिया। उनके भजन कीर्तन भी बीच-बीच में सुनकर के श्रोता राम रस में डूब गए। आपने सुबह शाम राम नाम के स्मरण पर बल दिया कथा का 9 दिन का आयोजन शिव साई सेवा ट्रस्ट के गुलाब चौहान उमानाथ चौहान राधेश्याम उपाध्याय अवधेश मिश्रा दीपक चौहान लाल मिश्रा आदिलोग कथा की व्यवस्था में लग रहे। और समस्त श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया और आरती के पश्चात प्रसाद भी वितरण किया गया।
First Published on: 27/11/2023 at 4:57 PM
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