बांसी। स्थानीय रतन सेन डिग्री काॅलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना ‘‘सप्त दिवसीय विशेष शिविर‘‘ के चौथे दिन प्रथम सत्र में स्वयंसेवक/स्वयंसेविकाओं द्वारा चयनित वार्ड देवियापुर में सर्वे का कार्य किया गया। सर्वे करते समय स्वयंसेवक/स्वयंसेविकायें काफी उत्साह में दिखे और चयनित वार्ड की वस्तु स्थिति से परिचित हुये कि वहाँ की साक्षरता दर कितनी है, लिंगानुपात कितना है। सर्वे से कार्यक्रम स्थल पर वापस आने पर स्वयंसेवक/ स्वयंसेविकाओं को प्राचार्य डाॅ0 संतोष कुमार सिंह ने सर्वे के बारे में जानकारी दी और कहा सर्वेक्षण एक शोध उपकरण हैए जिसमें आमतौर पर पूर्व निर्धारित प्रश्नों की एक सूची शामिल होती है। ये प्रश्न लक्षित दर्शकों से प्रश्नावली के रूप में पूछे जाते हैं। सर्वेक्षण का लक्ष्य डेटा संग्रह है। सर्वेक्षण डेटा में विशिष्ट जानकारी के बिंदु एकत्र किए गए जो निष्कर्ष निकालने और स्मार्ट निर्णय लेने में मदद करेंगे। जब उनके दायरे और फोकस की बात आती है तो सर्वेक्षणों को बहुत विशिष्ट दर्शकों पर बारीकी से लक्षित किया जा सकता है या राष्ट्रीय या वैश्विक स्तर पर बहुत बड़े पैमाने पर प्रस्तुत किया जा सकता है।
पहलवान सनी राज सिंह का जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनीता त्रिपाठी ने कहा सर्वे से हम किसी देश, प्रदेश, जिला, गाँव कि साक्षरता स्तर, लिंगानुपात, आय-व्यय, बच्चो की उम्र, बुजर्गो की उम्र, फसल कौन – कौन सी होती है, फसल की पैदावार का प्रतिशत, मिट्टी की गुणवत्ता, जन्म दर, कितने बच्चे किस क्लास मे पढ़ते हैं, उनका बौद्धिक स्तर क्या है, किस परिवार में कितने लोग हैं उनमें कितने कहा तक पढ़े हैं, कितने लोग बाहर रहते हैं साथ- साथ यह भी बताया कि यदि आप लोगों में से कोई भी आगे चलकर शोध कार्य करते हैं तब यह आपके बहुत काम आयेगी l दूसरे सत्र में बदलते हुए परिवेश में विकास की वास्तविकता पर डॉ. राजेश कुमार यादव ने अपने विचार रखे उन्होंने कहा की आज के समय में भारत सभी क्षेत्र में विकास कर रहा है प्रत्येक दिन नई सड़क बन रही है, बिजली की सुविधा भी बेहतर हो गई, पानी की सुविधा भी बेहतर हो गई है, चिकित्सा सुविधा भी अच्छी हुई है l आज के समय में सभी को यही सुविधा चाहिएl कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. देवराज सिंह, डाॅ. अरविन्द त्रिपाठी, डॉ. संदीप पांडेय, डाॅ. आलोक दूबे, डॉ. रविरेश सिंह, यतीन्द्र नाथ मिश्र, राम प्रसाद यादव, सौरभ प्रताप सिंह, हरप्रीत, सुरेश, श्रीमती ज्ञानमती, मनोज कुमार व राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक/स्वयंसेविकायें उपस्थित रहे।