बरहज, देवरिया। अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों के प्रति वन स्टाप सेण्टर में आमजनमानस को जागरूक व औचक निरीक्षण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया अशोक कुमार दूबें द्वारा बताया गया कि महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों का संरक्षण किया जाना चाहियें। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के बारें में कहा कि उन्हें स्वतंत्रता और समानता का अधिकार, नारी की गरिमा का अधिकार, घरेलू हिंसा का कानून, दहेज निवारक कानून, नौकरी/व्यवसाय करने का अधिकार, प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता का अधिकार एवं संपत्ति का अधिकार जैसे अनेकों अधिकार प्राप्त हैं।
निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वन स्टाप सेण्टर पर साफ-सफाई, सुरक्षा व आमजनमानस को विधिक साक्षरता हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया। उन्होंने वन स्टाप सेण्टर के प्रभारी केन्द्र प्रबन्धक मीनू जायसवाल को निर्देशित करते कहा कि महिला एवं बच्चों जिनकों विधिक सहायता की आवश्यकता हो, उनके मामले को चिन्हित कर अधिक से अधिक संख्या में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय में संदर्भित करें ताकि उनकों विधिक सहायता दी जा सकें।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव/ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार दूबें द्वारा जिला कारागार देवरिया का भी निरीक्षण किया गया। उन्होने निरंतर स्वच्छता बनाये रखने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया। सचिव ने कही कि ऐसे बन्दी जिनकी जमानत मा0न्यायालय से हो चुकी है परन्तु जमानतदार के अभाव में कारागार में निरूद्व है उनके अन्तर्गत प्राप्त प्रार्थना पत्र पर चर्चा की गयी व उसके संबंध में अधीक्षक जिला कारागार देवरिया को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया, सचिव के द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बंदियों की समस्याओं को सुना गया जिसमें निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने, जमानतदार उपलब्ध कराने, नियमित रूप से बंदियों के लिए दवा उपलब्ध कराने महिला कैदियों के साथ रह रहें उनके छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था कराने हेतु निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से, अधीक्षक जिला कारागार प्रेम सागर शुक्ला, कारापाल राजकुमार, बाल संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी,प्रभारी केन्द्र प्रबन्धक वन स्टाप सेण्टर मीनू जायसवाल, इत्यादि कर्मचारीगण, सुरक्षाकर्मी तथा आमजनमानस उपस्थित रहें।