पत्रकार पर प्राणघातक हमले का मामला
एसओजी टीम ने घटनास्थल से लिया जांच
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भागलपुर /देवरिया। पत्रकार जनार्दन कुशवाहा पर 37 दिन पूर्व हुए प्राणघातक हमले में पुलिस अधीक्षक देवरिया के निर्देश पर गुरुवार को एसओजी टीम और मईल पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के लिए साक्ष्य लिया है,और पीड़ित पत्रकार से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर घटनास्थल पर घंटों जांच-पड़ताल के बाद टीम पुनः वापस लौट गई।
मईल थाना क्षेत्र के तेलियाकला स्थित अपनी मेडिकल स्टोर की दुकान से पत्रकार जनार्दन कुशवाहा सायंकाल सलेमपुर आवास के लिए निकले। बरठा – बरेजी मार्ग पर अभी वह ड्योढी गांव के सामने पहुंचे ही थे कि योजनाबद्ध रूप से उनका इंतजार कर रहे आधा दर्जन से अधिक अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने उनके ऊपर प्राणघातक हमला बोल दिया। सड़क पर बेसुध होकर गिरे पत्रकार को मृत समझकर हमलावर भाग निकले। संयोग ठीक था कि वह हेलमेट पहने हुए थे और उनकी जान बच गई। मईल पुलिस ने हल्की मार-पीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
पीड़ित पत्रकार हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा से मुलाकात कर मांग किया, लेकिन मईल पुलिस के कांन पर जूं तक नहीं रेंगा। पुलिस की लापरवाही से आक्रोशित विभिन्न पत्रकार संगठनों और प्रधान संघ ने मईल पुलिस के खिलाफ हमलावरों की गिरफ्तारी सहित तीन मांगों को लेकर थाने पर घेराव करते हुए प्रदर्शन किया और पुलिस अधीक्षक देवरिया को सम्बोधित ज्ञापन क्षेत्राधिकारी बरहज को सौंपा। पुलिस अधीक्षक देवरिया संकल्प शर्मा के निर्देश पर गुरूवार को घटनास्थल पर एसओजी टीम और मईल पुलिस पहुंच कर हमलावरों सहित साजिशकर्ताओं के गिरेबां तक पहुंचने के लिए मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के लिए साक्ष्य लिया है और पीड़ित पत्रकार जनार्दन कुशवाहा से आवश्यक जानकारी लिया।
थानाध्यक्ष मईल संदीप कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच हो रही है। बीटीस टीम आई थी, शीघ्र ही घटना का पर्दाफाश हो जाएगा।