मुख्यमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत राजकीय इण्टर कॉलेज, देवरिया में संचालित यू.पी.एस.सी. कक्षा में आज दिनांक 12.12.2023 को मा. सदस्य, विधानसभा श्री शलभ मणि त्रिपाठी जी का आगमन हुआ। उनके द्वारा अध्ययनरत् छात्रों के साथ वार्ता की गई एवं उनका मार्गदर्शन किया गया। मा. विधायक जी द्वारा कक्षा का निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के समय विषय-विशेषज्ञ श्री अजीत कुमार सिंह की कक्षा संचालित थी। उन्होंने छात्रों से कक्षा संचालन के सम्बन्ध में फीडबैक भी प्राप्त किया।
मा. विधायक जी ने छात्रों के साथ अपना अनुभव एवं जीवन वृत्तांत साझा किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि कभी भी अपने को कम मत आंकिये। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की जीवन से सीख लेने, पैरा ओलंपिक पदक विजेता शीतल देवी के संघर्ष से सीखे लेने के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि अभ्यास आपको जीवन में बहुत आगे ले जायेगा। आपको अपना लक्ष्य केन्द्रित करना होगा। प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण करने हेतु यह आवश्यक नहीं कि हम दिल्ली, मुम्बई जायें, हमारे पास सारे तरह के संसाधन हों, तभी हम परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं ऐसी हैं जहां किसी की अमीरी, गरीबी काम नहीं आती है, यहां केवल आपका टैलेंट, आपकी मेहनत, आपकी लगन काम आती है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई छात्रों का उदाहरण है, जिन्होंने अत्यंत गरीबी में तैयारी कर ट्रेनों में धक्के खाकर परीक्षाएं दी है और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर आई.ए.एस., आई.पी.एस. बनकर वापस लौटें है।
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उन्होंने आई.ए.एस. ईश्वर चन्द जायसवाल जी का उदाहरण प्रस्तुत किया, जिनके पिता रिक्शा चालक थे। आई.पी.एस. श्री अजय मिश्रा जी का उदाहरण प्रस्तुत किया।
उन्होंने छात्रों वार्ता के क्रम में कहा कि वर्तमान में डिस्ट्रैक्शन उत्पन्न करने के कई कारक है, उसमें मोबाइल सबसे ऊपर है। इसके बाद फेसबुक, रील्स, इंस्टाग्राम सब आपके दुश्मन है। उन्होंने कहा कि इसका कितना प्रयोग करना है, यह आपको डिसाइड करना है। उन्होंने छात्रों से कहा कि अपने को आप रिप्रजेंट करना सीखें। कॉल्फीडेंस लेवल बढ़ायें। सिविल सेवा परीक्षा में पर्सनैलिटी डेवलेपमेंट पर भी उन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किये। समाचार-पत्रों का अध्ययन अवश्यक करें। इंटरनेट पर इस समय सारे कंटेंट उपलब्ध हैं, इसलिये इंटरनेट का सदुपयोग करना सीखें। उन्होंने छात्रों से कहा कि अपना उत्तर लिखते समय आप पूर्वधारणा से ग्रसित न हों। उन्होंने छात्रों से कहा कि आपके माता-पिता, परिवार की आपसे बहुत अपेक्षाएं है, इसलिये संघर्ष करें। इन्सपायरिंग स्टोरी पढ़ें। उन्होंने आइंस्टीन, डॉ. कलाम का उदाहरण प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जो छात्र संसाधनों, पैसों के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहे, उनके लिये मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ की गई यह योजना अत्यंत मददगार है। उन्होंने छात्रों के उज्जवल भवष्य की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि आप शीघ्र आई.ए.एस., आई.पी.एस. के रूप में मिले, यह अत्यंत सुखद होगा। उन्होंने कहा कि अभ्युदय कोचिंग हेतु किसी भी प्रकार की सहायता के लिये वह तैयार हैं। इस अवसर पर विषय-विशेषज्ञ श्री अजीत कुमार सिंह, श्री अजय प्रताप सिंह, श्री संजय मिश्र (अभ्युदय प्रभारी), श्री विवेक राव, श्री विजय कुमार आदि उपस्थिति रहें।