साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास है। तिथि काल गणना के अनुसार 148 साल बाद ऐसा मौका है कि शनि जयंती के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन नासा) के अनुसार साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण ‘रिंग ऑफ फॉयर’ के रूप में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण क्या होता है (What is solar eclipse?) जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढंक लेता है तो इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहते हैं. जब चंद्रमा सूर्य के कुछ भाग को ही ढंक पाता है तो इसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं. वहीं चंद्रमा जब सूर्य को बीचोंबीच ढंक लेता है तो इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण (Ring Of Fire) कहते हैं|
148 साल बाद बन रहा अनोखा संयोग : साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास है। तिथि काल गणना के अनुसार 148 साल बाद ऐसा मौका है कि शनि जयंती के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन नासा) के अनुसार साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण ‘रिंग ऑफ फॉयर’ के रूप में दिखाई देगा। नासा के मुताबिक कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस के कई हिस्सों में इस ग्रहण को देखा जा सकता है। इसके साथ ही न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी, लंदन और टोरंटो जैसे देशों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा। ये ग्रहण 10 जून को दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से शुरू होगा। जिसकी समाप्ति शाम 6 बजकर 41 मिनट पर होगी। भारत में कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण : भारत में सूर्य ग्रहण हर जगह दिखाई नहीं देगा। लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ही ग्रहण दिखाई देगा।